फैशन उद्योग के वर्ष 2012 तक 750 करोड रूपए तक पहुंचने का अनुमान
नयी दिल्ली 23 नवंबर .वार्ता. भारतीय फैशन उद्योग में बडे..बडे औद्योगिक घरानों द्वारा किए जा रहे निवेश और उपभोक्ताओं की बदलती पसंद के परिणामस्वरूप इसके वर्ष 2012 तक 750 करोड रूपए तक पहुंचने का अनुमान है
वाणिज्य एवं उद्योग संगठन .एसोचैम. द्वारा भारतीय फैशन उद्योग पर कराए गए एक आकलन के अनुसार मौजूदा समय में इसका कुल कारोबार 270 करोड रूपए का है जो कि अंतरराष्ट्रीय फैशन उद्योग का महज 0.2 फीसदी है1 अंतरराष्ट्रीय फैशन उद्योग का कुल कारोबार एक लाख 62 हजार नौ सौ करोड रूपए का है और यह 9.5 प्रतिशत की वार्षकि विकास दर से बढ रहा है
एसोचैम के अनुसार देश में डिजाइनर वस्त्रों की मांग तेजी से बढ रही है1 माल संस्कृति के उद्भव और पश्चिमी मीडिया के प्रभाव के कारण भारतीय उपभोक्ताओं की पसंद में बदलाव आ रहा है1 डिपार्टमेंटल स्टोर्स में खरीदारी करने वाले उपभोक्ताओं में से 60 प्रतिशत पुरूष और 72 प्रतिशत महिलाएं डिजायनर कपडों को वरीयता देती हैं
संगठन के अध्यक्ष वेणुगोपाल एन धूत ने कहा कि सरकार को पूरे देश में और अधिक फैशन संस्थान खोलने चाहिए1 हर राज्य में कम से कम एक शोध एवं विकास केन्द्र स्थापित किया जाना चाहिए ताकि स्थानीय डिजायनरों को सामने लाया जा सके1 इस प्रकार क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय डिजायनों को मिलाकर अच्छे डिजायन तैयार किए जा सकते हैं
प्रकाश कैलाश वीरेन्द्र1720 जारी वार्ता