बिहार में मौलाना आजाद की जयंती शिक्षा दिवस के रूप में मनायी गयी
पटना 11 नवंबर.वार्ता. देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलामआजाद की जयंती आज बिहार में शिक्षा दिवस के रूप में मनायी गयी
स्थानीय श्रीकृष्ण स्मारक भवन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्रीनीतीश कुमार ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम ने शिक्षा व्यवस्था कोमजबूत आधार दिया था लेकिन उनके योगदान के अनुरूप सम्मान नहींदिया गया 1 आज उनकी जयंती को शिक्षा दिवस के रूप में मनाने वालाबिहार देश का पहला राज्य बन गया है 1 उन्होंने कहा कि अगले वर्ष सेमौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती गांधी मैदान में बड़े पैमाने परसमारोह आयोजित कर मनायी जायेगी 1 मुख्यमंत्री ने इस मौके पर विद्यालयों में सर्वाधिक नामांकन औरछात्रों की सर्वाधिक उपस्थिति के लिये वैशाली जिला के देशरी प्रखंड केप्रमुख. प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक कोमुख्यमंत्री समग्र शिक्षा पुरस्कार दिया1 इसके साथ ही उन्होंने आई.आई. टी. की प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले औरडेढ़ लाख रूपये वार्षकि आय वाले छह लोगों को 50 हजार रूपये काप्रोत्साहन पुरस्कार तथा चित्रांकन प्रतियोगिता में प्रथम ्द्वितीय औरतृतीय स्थान प्राप्त करने वालो को भी पुरस्कार प्रदान किया
श्री कुमार ने शिक्षा के क्षेत्र में उनकी सरकार की आेर से किये जारहे कायो की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति केसाथ ही बड़े पैमाने पर विद्यालय भवनों का निर्माण किया जा रहा है
इसके साथ ही बालिका शिक्षा संवर्द्धन के लिये पांचवी कक्षा कीछात्राओं को पोशाक के लिये सात सौ रूपये और नौवीं कक्षा की सभीछात्राओं को साईकिल दी जा रही है1 उन्होंने अल्पसंख्यक छात्रों कोमुफ्त पाठ्य पुस्तक सुलभ कराने और प्रथम श्रेणी में उर्तीण होने वालेअल्पसंख्यक छात्रो को दस हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि देने की भीघोषणा की
शिवा शिशिर मनोरंजन 2115 वार्ता.