पाकिस्तान में हिंदू न्यायाधीश दीपावली पर नजरबंद
इस्लामाबाद 10 नवंबर .वार्ता. दुनियाभर में हिन्दू समुदाय के लोग कल जब हषोल्लास के साथ दीपावली मना रहे थे तो इस दौरान अस्थायी संवैधानिक व्यवस्था के तहत शपथ लेने से इंकार करने वाले पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के एक मात्र वरिष्ठ हिन्दू न्यायाधीश को नजरबंदी के दौरान एकांत में रहना पडा
.डेली टाइम्स. की रिपोर्ट के अनुसार न्यायमूर्ति राणा भगवानदास ने तीन नवंबर को सैन्य सरकार की कार्रवाई को असंवैधानिक बताते हुए अस्थायी संवैधानिक आर्डर के तहत शपथ लेने से इंकार कर दिया था और इसका खामियाजा उन्हें जेल में भुगतना पडा
यह उस सरकारी आदेश के एकदम उलट है जिसमें सभी न्यायाधीशों को कही भी जाने की छूट दी गई है1 न्यायमूर्ति राणा भागवानदास को नजरबंद रखने से राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ के सवधर्म समभाव के सिद्धांत के पैरोकार होने के दावे पर भी सवाल खडे हुए है
पत्र में लिखा है कि न्यायमूर्ति भगवानदास बहुत धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति है और वह हर वर्ष कराची में अपने परिवार के साथ सभी पर्व मनाते हैं लेकिन इस बारे उन्हें यह पर्व यहां उनके भाई तथा उसके समुदाय के लोगों के बीच मनाने की भी अनुमति नहीं दी गई1 पहले मुख्य न्यायाधीश इस दौरान हर साल कराची में उनके लिए पीठ की व्यवस्था करते थे
अभिनव संजीव रामलाल1528.वार्ता.