भारत रूस व्यापार में निजी क्षेत्र की भूमिका बढे. मनमोहन
मास्को. 10 नवम्बर. वार्ता. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारत और रूस के बीच मौजूदा व्यापार के स्तर को अपर्याप्त मानते हुए कहा है कि इसेे बढाने के लिए निजी क्षेत्र की और ज्यादा सहभागिता जरी है
डा. सिंह ने रूस की यात्रा से पहले संवाद समिति रिया नोवोस्ती से भेंटवार्ता में कहा कि इस समय दोनों देशों के बीच उतना व्यापार नहीं हो रहा है जितना कि हो सकता है1 इसे बढाने के लिए निजी क्षेत्र की भूमिका बढाने की सख्त जरत है1 रूस को भारत का निर्यात एक अरब डालर का है जो कुल भारतीय निर्यात का एक प्रतिशत से भी कम है
इसी तरह रूस से भारत का आयात यहां के कुल आयात का 1.2 प्रतिशत है
प्रधानमंत्री ने कहा कि अपेक्षाकृत ऊंची परिवहन लागत और दोनों देशों के व्यवसायियों के पर्याप्त प से एक दूसरे के यहां नहीं जाते रहने से भी व्यापार नहीं बढ पा रहा है1इन व्यवसायियों को एक दूसरे के बारे में भी पर्याप्त जानकारियां नहीं हैं1इससे निवेश प्रभावित हो रहा है
डा. सिंह ने व्यवसाय के विविधीकरण की जरत पर बल देते हुए कहा कि रत्न एवं आभूषण जैसी वस्तुओं का व्यापार कर परिवहन लागत से होने वाले नुकसान की भरपाई की जा सकती है1इसके अलावा शुल्कों को युक्तिसंगत रखकर. संयुक्त उद्यम स्थापित कर और सूचनाओं के आदान प्रदान से भी दोनों देशों के बीच व्यापार बढाया जा सकता है1 कैलाश.राणा 1824जारी.वार्ता
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