मुस्लिम भी दीपावली मनाते है
शाजापुर 08 नवम्बर.वार्ता. मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय दीपावली पर्व को जश्न.ए.चिराग के रूप में मनाता है
दीपोत्सव पर्व को परम्परागत ढंग से मनाने वाले रूस्तम खां पठान ने बताया कि दीपावली पर्व को भाईचारे एवं सदभाव के साथ मनाने की पुरानी परम्परा रही है1 उन्होंने बताया कि मुगल बादशाह यहां की संस्कृति. सभ्यता. व्यवहार एवं रीति रिवाजों में इतने घुलमिल गए थे कि लेकिन उन्होंने इसे अपने जीवन का अभिन्न अंग बना लिया1 मुगल बादशाह शाहजहां जितनी शानो.शौकत के साथ ईद को मनाते थे उसी तरह दीपावली का त्यौहार भी मनाते थे
उन्होंने बताया कि बादशाह शाहजहां दीपावली पर्व पर यहां स्थित किले को रोशनी कर सजाते थे तथा किले के अंदर स्थित मंदिर में इस अवसर पर विशेष पूजा.अर्चना की जाती थी1 उन्होंने कहा कि हिन्दू.मुस्लिम भाईचारे को बढाने के लिये उदारवादी मुगल शासकअकबर ने दीपावली पर्व मनाने की परम्परा की शुरूआत की थी
अकबर के समकालीन इतिहासकार अबुल फजल ने अपनी पुस्तक .आईने अकबरी. एवं इतिहास के पन्नों को .तुजुके जहांगिरी. नामक पुस्तक में भी दीपावली की भव्यता तथा रौनक का वर्णन किया है1 शाहजहां अपने दरबारियों. सैनिकों और जनता में इस अवसर पर मिठाई बंटवाते थे
सं अभिनव जगबीर1652वार्ता