ग्लोबन वार्मिग से बच्चों को ज्यादा नुकसान
न्यूयार्क, 30 अक्टूबरः विश्व के बढ़ते तापमान का बड़ों की तुलना में बच्चों के स्वास्थ्य पर ज्यादा बुरा असर पड़ता है.
उत्तरी कैरोलिना चैपल हिल विश्वविदयालय की प्रोफेसर और बाल रोग विशेषज्ञ कैथेराइन शेआ के नेतृत्व में किए गए इस शोध के अनुसार ग्लोबन वार्मिग से हो रहे जलवायु परिवर्तन का बच्चों पर विशेष प्रभाव पड़ता है. शेआ ने यूएसए टुडे को बताया कि हम बदल चुके हैं और कुछ बुरी चीजें होने जा रही हैं और हम इसे रोकने के लिए फिलहाल कुछ करने की स्थिति में नहीं हैं लेकिन हम चीजों को और खराब होने से रोक सकते हैं और हमारे पास आराम करने का वक्त नहीं है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक ग्रीन हाउस गैसों से उपजे वायु प्रदूषण से बच्चों के फेफड़ों पर खराब असर पड़ता है उन्हें अस्थमा और सांस की बीमारियां हो सकती हैं.चूकिं बच्चों के फेफड़े विकसित हो रहे होते हैं और वे ऊंचीं दर से सांस लेते हैं व ज्यादा बाहर रहते हैं. इसके अलावा उनको जल प्रदूषण से होने वाली बीमारियों से प्रभावित होने की संभावना ज्यादा होती है.