सुनियोजित था गुजरात दंगाः तहलका
नई दिल्ली, 25 अक्तूबरः तहलका पत्रिका ने यह दावा किया है कि गुजरात दंगों में मुसलमानों की हत्या की साजिश राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आर एस एस), विश्व हिन्दू परिषद(विहिप) और बजरंग दल ने रची थी और इसकी पूरी जानकारी मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को थी. तहलका के प्रधान संपादक तरुण तेजपाल ने आज संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गुजरात दंगों की तह तक जाने के लिए पिछले छह महीने में चलाए गए "ऑपरेशन कलंक" के दौरान ये सनसनीखेज तथ्य सामने आए हैं.
उन्होंने
दावा
किया
है
कि
इस
तहकीकात
से
पहली
बार
इस
बात
की
पुष्टि
होती
है
कि
गुजरात
में
मुसलमानों
की
हत्याएं
गुस्से
की
स्वाभाविक
और
तत्काल
प्रतिक्रिया
नहीं
थी.
उन्होंने
दावा
किया
कि
यह
आरएसएस,विहिप
और
बजरंग
दल
के
बड़े
नेताओं
द्वारा
रची
गई
सुनियोजित
साजिश
का
परिणाम
थी
और
इसकी
मोदी
को
न
सिर्फ
जानकारी
थी
बल्कि
इसके
लिए
उनकी
सहमति
भी
थी.
तेजपाल
ने
यह
भी
बताया
कि
गोधरा
में
साबरमती
एक्सप्रेस
अग्निकांड
एक
त्वरित
प्रतिक्रिया
का
परिणाम
थी.
कांग्रेस ने तहलका पत्रिका के खुलासे के बारे में कहा कि एक बार फिर यह सिद्ध हो गया है कि मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का सत्ता का तख्त बेगुनाहों की लाशों पर रखा हुआ है तथा राज्य की जनता इस बार उन्हें उनकी सही जगह पहुंचा देगी.कांग्रेस के प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि मोदी के शासनकाल मे जनता विशेषकर अल्पसंख्यकों पर जो जुल्म हुए हैं उसके सामने यह खुलासा बहुत छोटा है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया इस बात से अवगत है कि मोदी और पूरे संघ परिवार के लोगों के हाथ बेगुनाहों के खून से सने हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने तहलका को सी आई ए (कांग्रेस इनवेस्टिगेटिव एजेंसी) करार देते हुए कहा कि उसे पहले से ही अंदेशा था कि राज्य विधानसभा चुनाव में लाभ लेने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जाएंगे. भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने हा कि चुनाव की घोषणा होने के बाद उन्हें पहले से ही आशंका थी कि कांग्रेस इस तरह के हथकंडे अपनाएगी. उन्होंने कहा कि तहलका की खोजी पत्रकारिता की विश्वसनीयता का पहले ही पर्दाफाश हो चुका है और अब तो वह सीआईए बन गई है.