ेअर्थ. बिजली.राजस्व दो अंतिम नयी दिल्ली
श्री धूत ने कहा कि वित्त वर्ष 2002..03 से 2006..07 के दौरान बिजली के औसत प्रति यूनिट शुल्क में भी उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हुई है1 वर्ष 2002..03 में जहां राज्य बिजली बोडो को औसतन 2.63 रूपए प्रति यूनिट की दर से बिजली बेची गयी वहीं 2006..07 में यह लगभग तीन रूपए प्रति युनिट रही
साल 2002..03 में जहां बिजली की उपलब्धता 67.46 फीसदी थी वहीं यह 2006..07 में बढकर लगभग 69 फीसदी हो गयी1 कई मेगा पावर परियोजनाओं और निजी उपयोग के संयंत्रों से बिजली का उत्पादन शुरू हो जाने के बाद भविष्य में बिजली की उपलब्धता बढकर 75 से 76 फीसदी हो जाने की उम्मीद है
श्री धूत ने कहा कि आने वाले दिनों में न केवल पुराने बिजली संयंत्रों की क्षमता बढेगी बल्किनए संयंत्रों के शुरू हो जाने से देश में बिजली की उपलब्धता में इजाफा होगा1 इससे देश को ऊर्जा संकट से निपटने में कुछ हद तक मदद मिलेगी1 श्री धूत का कहना है कि बिजली सुधारों की गति तेज करनी चाहिये ताकि इस क्षेत्र में बढोत्तरी हो और देश की विकास गति दोहरे अंकों में पहुंच सके
सुभाष कैलाशवीरेन्द्र1417वार्ता