कन्या भ्रूण की पहचान जारी
नयी दिल्ली 17 अक्तूबर: कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के देश में बने तमाम कानूनों को परे बताते हुए एक अमरीकी कंपनी अत्याधुनिक तकनीक से मात्र पांच हफ्ते के गर्भस्थ भ्रूण के लिंग की पहचान करने का खुलेआम प्रचार कर रही है.
इस कंपनी का राष्ट्रीय राजधानी और इससे सटे हरियाणा, पंजाब तथा महाराष्ट्र जैसे राज्यों के समृद्ध गांवों में भ्रूण की पहचान करने वाला उत्पाद धड़ल्ले से बिक रहा है लेकिन प्रशासन को इसकी कानों-कान खबर नहीं है. उत्पाद के विज्ञापन और बिक्री के लिए इस कंपनी ने बाकायदा वेबसाइट जारी कर रखी है. वेबसाइट के जरिये ही गर्भस्थ भू्रण के लिंग की पहचान के लिए विशेष किट का आर्डर दिया जाता है और इसकी रिपोर्ट की जानकारी वेबसाइट पर ही पासवर्ड के जरिये मिल जाती है.
वर्ष 2001 की जनगणना के मुताबिक इन्हीं राज्यों में 0-6 वर्ष आयु वर्ग में बालकों के मुकाबले बालिकाओं के अनुपात में आश्चर्यजनक रूप से कमी दर्ज की गयी थी. अजन्मी बेटियों की कीमत पर इस कंपनी का धंधा जोरों से फल-फूल रहा है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की हाल में जारी रिपोर्ट के अनुसार इस आयु वर्ग में लड़कों के मुकाबले लड़कियों के अनुपात में 2001 की जनगणना से भी ज्यादा गिरावट दर्ज की गयी यानी लडकियों की संख्या कम होने का क्रम जारी है.