पांचवीं पीढ़ी के विमान का संयुक्त विकास करेंगे भारत और रूस
मास्को, 16 अक्टूबरः भारत और रूस के बीच रक्षा संबंधों में नए आयाम स्थापित करने के उद्देश्य से रक्षा मंत्री ए.के एंटनी 17 सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ रूस की चार दिन की यात्रा पर आज यहां पहुंच रहे हैं. रक्षा मंत्री बनने के बाद श्री एंटनी की यह पहली विदेश यात्रा है.
श्री एंटनी की रूस यात्रा के मौके पर भारत और रूस ने पांचवीं पीढ़ी के लडाकू विमान के संयुक्त विकास पर सहमति जताई हैं. मास्को में श्री एंटनी की मौजूदगी में इस संबंध में आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है. रूस पांचवी पीढ़ी के लडाकू विमान सुखोई टी 50 पीएके-एफए का विकास कर रहा है और श्री एंटनी की यात्रा के दौरान इस समझौता प्रारूप को अंतिम रूप दिया जाएगा. इसे आशय पत्र के रूप में सरकारी रूप दिए जाने की सम्भावना है.
पांचवी पीढ़ी के इस विमान का प्रोटोटाइप आकाश में 2009 में उड़ान भर सकता है. श्री एंटनी दोनों देशों की सरकारों के सैन्य तकनीकी आयोग की बैठक में हिस्सा लेने के लिए आ रहे हैं. इस आयोग की बैठक बारी-बारी से दिल्ली और मास्को में होती है. आयोग की छठी बैठक 24 जनवरी 2007 को नई दिल्ली में हुई थी जिसमें हिस्सा लेने के लिए तत्कालीन रूसी रक्षा मंत्री इगोर इवानोव भारत आए थे.