न्यूजवीक ने मायावती को विश्व की आठ प्रमुख नेत्रियों में शामिल किया
नई दिल्ली, 16अक्टूबरः अमेरिकी पत्रिका न्यूजवीक ने उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती को विश्व की आठ प्रमुख नेत्रियों में से एक चुना है। इसमें मायावती का आत्म कथात्मक लेख भी है. समाज के निम्न तबके से आने के कारण उनके जीवन में पेश आई परेशानियों का भी जिक्र इसमें किया गया है. पत्रिका में लिखा गया है कि दलित समुदाय से होने के कारण समाज में इस वर्ग की निम्न दशा, उनके प्रति होने वाले अन्याय का अहसास उन्हें बचपन से ही हो गया था. दलितों की दयनीय दशा को देखकर उन्हें इस स्थिति से बाहर निकालने का प्रण लिया था.
मायावती ने लिखा है कि दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद उन्होंने अध्यापन का पेशा शुरू कर दिया. दिन में वह पढ़ाती थीं और शाम को कानून की पढ़ाई करती थीं. कानून की पढाई पूरी करने के बाद उन्होंने प्रशासनिक सेवा की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. इसी समय वह बसपा संस्थापक कांशीराम के संपर्क में आईं जिन्होंने प्रशासनिक सेवा में जाने का विचार छोड़कर राजनीति में आने की सलाह दी.
बसपा प्रमुख ने बताया कि उनके अभिभावकों की दिली तमन्ना थी कि वह प्रशासनिक सेवाओं में शीर्ष पद पर पहुंचे लेकिन कांशीराम ने उन्हें समझाया कि उनकी बेटी में नेतृत्व के गुण हैं. उन्हें अपनी बेटी को राजनीति में जाने देना चाहिए ताकि एक दिन बड़े से बड़े अधिकारी भी उनसे आदेश लें. अंततः 1984 में मायावती ने राजनीति में जाने का फैसला किया. मुख्यमंत्री ने भावुक होकर लिखा कि अकेली महिला और दलित होने के कारण अपमान, उपेक्षा यहां तक कि शारीरिक रूप से परेशान करने की भी धमकियों का भी सामना उन्हें करना पड़ा.
अन्य भारतीय नेताओं की तरह उन्हें राजनीति विरासत में नहीं मिली. उन्होंने लिखा है कि मैं राजनीति में इस समय जिस जगह पर हूं उसके एक-एक इंच के लिए मुझे कठोर संघर्ष करना पड़ा है. उन्होंने लिखा कि बाद में कैसे उन्हें पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए शुरूआती आक्रामक रूख को बदलना पड़ा और उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव में 17 वर्षों के बाद वह पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आईं.
मायावती ने कहा कि अब हमारा उद्देश्य अन्य राज्यों में भी जीत का फार्मूला अख्तियार करना है और नई दिल्ली में सत्ता हासिल करने के लिए कड़े संघर्ष के लिए तैयार होना है.मायावती के अलावा इन उत्कृष्ट महिलाओं में फ्रेंच एनर्जी कंपनी अरेवा की सीईओ ऐने लॉवरजन और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की डायरेक्टर जनरल मर्गरेट चैन शामिल हैं.