करार पर सोनिया मनमोहन का का विनम्र दृष्टिकोण गठबंधन धर्म की बहाली का संकेत
नई दिल्ली,12 अक्टूबरः प्रमुख वामपंथी दलों ने भारत अमरीका परमाणु करार पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा सत्तारुढ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की मुखिया सोनिया गांधी की ताजा टिप्पणियों को विनम्र दृष्टिकोण की वापसी तथा गठबंधन धर्म की बहाली का संकेत बताया है, और कहा है कि यह देश के लिये अच्छा है.
मार्कसवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव ए बी बर्द्धन ने, हिन्दुस्तान टाइम्स नेतृत्व संगोष्ठी में परमाणु करार पर सरकार के शीर्ष नेताओं के संकेतों पर कहा कि विरोधी दृष्टिकोणों के बीच संवाद तथा एक दूसरे के दृष्टिकोण के प्रति सहिष्णुता एवं सम्मान भावना गठबंधन की राजनीति की अनिवार्यता है.
ज्ञातव्य है कि संगोष्ठी में प्रधानमंत्री ने कहा कि करार नहीं होने से उन्हें निराशा तो होगी लेकिन यह जीवन का अंत नहीं है. जबकि कांग्रेस नीत संप्रग की मुखिया ने भी करार पर वामदलों के विरोध को गैर वाजिब मानने से इन्कार किया. गठबंधन धर्म के तकाजे से उनकी बात सुनने तथा उनसे सामंजस्य बिठाने की जरत बताई. सत्तारुढ गठबंधन एवं सरकार में शीर्ष स्तर से इन संकेतों को करार पर अमल की दिशा में कदम बढाने की जल्दबाजी की विदाई तथा मध्यावधि चुनावों की पिछले करीब महीने भर से जारी अटकलों पर पूर्ण विराम माना जा रहा है.