राष्ट्रमंडल खेलों के कारण आतिथ्य क्षेत्र में नौकरी बदलने की दर बढेगी
नयी दिल्ली 12 अक्टूबर .वार्ता. राजधानी में 2010 में होेने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के मद्देनतर होने वाले तीव्र विस्तार के कारण उस दौरान आतिथ्य क्षेत्र मेंें नौकरियां बदलने की वर्तमान दर वर्तमान के 25 फ्ीसदी से बढकर 50 फ्ीसदी हो जाने की उम्मीद है
उद्योग एवं व्यापार संगठन एसोचैम के अनुसार इस अवधि में पश्चिम एशिया और यूरोपीय देशों में विविधिकरण की गति भी बढने के कारण भी अगले तीन वषो में प्रशिक्षित कर्मियों की मांग काफ्ी बढेगी1नौकरियां बदलने की गति के संबंध में जारी एसोचैम की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रमंडल खेलों के कारण ही 50 प्रशिक्षित कर्मियों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे क्योंकि इस वास्ते अगले तीन वषो में 70 नए होटल खोले जाने की संभावना है और एक होटल में अमूमन 600 स्थायी कर्मचारियों की जरूरत होगी
एसोचैम के अध्यक्ष वेणुगोपाल एन धूत ने कहा कि बडे पैमाने पर रोजगार के अवसर बढने के कारण नौकरियां बदलने की दर बढेगी1इसके अलावा होटल क्षेत्र की बडी कंपनियोंं ने विदेशों में अपना विस्तार करने की योजना तैयार की है1ये कंपनियां दुबई.सऊदी अरब.बहरीन .ईरान.आेमान और यूरोपीय देश जैसे बि्रटेन. जर्मनी .इटली के साथ साथ आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अपने व्यावसाय बढाने की योजना तैयार की है
उन्होंने कहा कि ये कंपनियां उच्च शैक्षिक स्तर.होटल प्रबंधन संस्थानों की उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा और देश में काम करने के उनके अनुभव के कारण भारतीय प्रबंधकों को तरजीह देंगे1 श्री धूत ने कहा कि इसके अलावा विश्व भर में हो रहे विविधिकरण के कारण भी रोजगार के अवसर बढेंगे
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और विश्व के अन्य देशों के आतिथ्य क्षेत्र में बडे पैमाने पर हो रहे विस्तार के कारण 2008 में ही 30 करोड रोजगार के अवसर पैदा होगे और इसकी वजह से भी नौकरियां बदलने की दर बढेगी1इसमें कहा गया है कि वर्तमान में होटल उद्योग के समक्ष प्रवेश और कनीय प्रबंधक स्तर पर कर्मियों का अभाव का संकट पेश आ रहा है क्योंकि होटल प्रबंधन संस्थानों से पास होकर निकलने वाले अधिकांश छात्र सस्ते होटलों में काम नहीं करना चाहते
पुनीत.सुभाषसुनील1738वार्ता