परमाणु करार पर आगे बढने पर वाम समर्थन वापस ले लेगा
भुवनेश्वर
10
अक्टूबर:
माक्र्सवादी
कम्युनिस्ट
पार्टी
माकपा
पोलिट
ब्यूरो
के
सदस्य
के
वरदराजन
ने
आज
कहा
कि
केन्द्र
में
सत्तारूढ
कांग्रेस
नीत
संयुक्त
प्रगतिशील
गठबंधन
सरकार
भारत
अमरीका
असैन्य
परमाणु
करार
पर
यदि
एक
कदम
भी
आगे
बढती
है
तो
वह
उससे
समर्थन
वापस
ले
लेगी.
पार्टी
की
राज्य
सचिवालय
बैठक
में
भाग
लेने
यहां
आए
वरदराजन
ने
संवाददाताओं
से
कहा
कि
यदि
देश
में
मध्यावधि
चुनाव
होते
हैं
तो
इसके
लिए
कांग्रेस
अध्यक्ष
सोनिया
गांधी
और
प्रधानमंत्री
मनमोहन
सिंह
जिम्मेदार
होंगे.
उन्होंने कहा कि वाम दल देश पर मध्यावधि चुनाव नहीं थोपना चाहते हैं लेकिन कोई विकल्प नहीं बचा है. यदि वाम दलों को लगता है कि परमाणु करार को क्रियान्वित किया जा रहा है तो वे देश की संप्रभुता को कायम रखने के लिए समर्थन वापस लेने को बाध्य हो जाएंगे. वरदराजन ने आरोप लगाया कि समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करने की सलाह देने के बावजूद सप्रंग सरकार ने इसे नहीं माना और वह इस पर आगे बढ रही है.