वायदे के अनुप व्यवस्था न होने का नतीजा है ब्लू लाइन का कहर.मुखी
नयी दिल्ली 10 अक्टूबर.वार्ता. दिल्ली विधानसभा में विपक्ष भारतीय जनता पार्टी .भाजपा. के नेता जगदीश मुखी ने ब्लू लाइन हादसों के लिए मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और परिवहन मंत्री हान यूसुफ को सीधे जिम्मेदार ठहराया है और उनके इस्तीफे की मांग करते हुए कहा है कि सरकार ने 2002 के वायदे के अनुप व्यवस्था की होती तो लोगों को इस तरह सडकों पर जान नहीं गंवानी पडती1 प्रोफेसर मुखी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि अक्तूबर 2002 में राज्य सरकार के परिवहन विभाग ने दिल्ली में शहरी परिवहन परिचालन योजना के प्रबंध पर एक पुस्तिका जारी की थी1 इस पुस्तिका में परिवहन से संबंधित करीब 33 समस्याओं को छह माह में दूर करने और 22 को छह से 12 माह के भीतर दूर करने का उल्लेख था1 पुस्तिका में 25 और समस्याओं का निदान छह माह में करने का आश्वासन किया गया था1 उन्होंने कहा कि इस पुस्तिका में राज्य सरकार के परिवहन विभाग की आपरेशन शाखा द्वारा ड्राइवरों और कंडक्टरों को एक माह के भीतर व्यापक प्रशिक्षण. कुछ चुनिंदा सडकों पर बस प्राथमिकता लेन तथा वाहनों की फिटनेस और सुरक्षा हेतु सुरक्षा परिषद का गठन. राजधानी में यातायात को सुचा बनाने के लिए छह माह में एकीकृत महानगर परिवहन प्राधिकरण के गठन आदि के दिशा में किए गए आश्वासनों की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया1 विपक्ष के नेता ने कहा कि सरकार ने छह से 12 माह के भीतर 5 गलियारों पर उच्च क्षमता वाली बसें. छह माह के भीतर दो निर्धारित मागो पर इलेक्टि्रक ट्राली चलाने. परिवहन से संबंधित शिकायत केन्द्रों को सुदृढ बनाने. सौ किलोमीटर लंबे गलियारे में उच्च क्षमता वाली बसें चलाने तथा मैट्रो के फीडर ट के बारे में लंबे चौडे वायदे किए थे. किंतु यह सभी योजनाएं फाइलों में धूल चाट रही हैं1 इस पुस्तिका में सरकार ने जो वायदे किए थे. पांच वर्ष बीत जाने के बाद इनको पूरा करना तो दूर अधिकांश पर अमल भी शु नहीं किया गया है
मिश्रा अजय जगबीर1826जारी वार्ता