उच्च शिक्षा क ी हालत एक बीमार बच्चे की तरह है . अर्जुन सिंह
नयी दिल्ली .10 अक्तूबर. वार्ता . ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में उच्च शिक्षा के विकास एवं विस्तार के लिए देश भर के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के सम्मेलन में आज इस बात पर गहरी चिन्ता व्यक्त की गयी कि आजादी के इतने साल बाद शिक्षा के क्षेत्र में गरीबी और अमीरी की खाई बनी हुई है और जातीय क्षेत्रीय तथा लैंगिक असंतुलन बरकरार है ़
इस लिये इन्हें दूर कर ही भारत को एक उन्नत राष्ट्र बनाया जा सकता है
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुन सिंह ने कहाकि .... हमें यह बात ध्यान में रखनी है कि शिक्षा के क्षेत्र में अमीरी और गरीबी का विभाजन अभी भी बना हुआ है 1 उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश में उच्च शिक्षा की स्थिति एक बीमार बच्चे की तरह रही है 1 उन्होंेंने कहा कि इसके लिए मैं किसी को देाष नहीं दे रहा 1 मैं किसी पर ऊंगली नहीं उठा रहा हूं . लेकिन इस स्थिति से हमें बाहर निकलना है
उन्होंने सभागार में उपस्थित कुलपतियों को इंगित करते हुए कहा .. अगर आप लोग यहां बैठते तो आज उच्च शिक्षा की यह स्थिति नहीं होती 1.. श्री सिंह ने कहा कि वह सुाव देने में यकीन नहीं करते . बल्कि सुावों को आत्मसात करने में विश्वास रखते हैं 1 आप लोग खुद रास्ता निकाले और एक रोडमैप तैयार करें
श्री सिंह ने स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में प्रो . यशपाल के प्रयोगों की तारीफ करते हुए कुलपत्तियों से अनुरोध किया कि वे भी उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम तैयार करते वक्त .इस तरह के रचनात्मक प्रयोग करें 1 उन्होंने कहाकि अब शिक्षा के क्षेत्र में प्रयोग नहीं हो रहे हैं 1 सम्मेलन में तीन सौ से अधिक कुलपति भाग ले रहे हैं 1 इससे पहले यूजीसी ने चार क्षेत्रीय सम्मेलन किए थे जिसमें कुलपतियों ने उच्च शिक्षा के विकास के बारे में विचार विमर्श किया था
अरविंद . संजीव प्रेम.1320जारी वार्ता