गुर्जर मसले के समाधान के लिए केन्द्र को आगे आना चाहिए .राजे
जयपुर 09 अक्टूबर .वार्ता. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजेने गुर्जर आरक्षण आंदोलन को अन्तरराज्यीय मामला बताते हुये इस समस्या के समाधान के लिए केन्द्र सरकार को आगे आने की बात कही है
राज्य की जनता के नाम दूरदर्शन पर आज प्रसारित अपने संदेश मेंश्रीमती राजे ने कहा कि समाज की यह समस्या किसी एक राजनीतिकपार्टी अथवा राज्य से जुडी नहीं है बल्कि अंतरराज्यीय मामला है
उन्होंने कहा कि हमने तो इस समस्या के समाधान के लिये सर्वदलीय बैठक का आयोजन कर सभी राजनीतिक पाटियोर्ं के विचारआमंत्रित कर समस्या के समाधान की पहल की1 इतना ही नहीं हमइस दिशा में खुले दिल से सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ साथप्रदेशवासियों के सकारात्मक सुावों का स्वागत करते हैं1 इस मुद्दे केसमाधान के लिये केन्द्र सरकार को आगे आना चाहिये
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुर्जरों को अनुसूचित जनजाति आरक्षितसूची में शामिल करने की मांग आज की नहीं बल्कि तीन दशक से भीज्यादा पुरानी है1 उन्होंने कहा कि 1981 में तत्कालीन कांग्रेससरकार ने गुर्जर समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांगको तत्कालीन केन्द्र सरकार को भेजना तक उचित नहीं समा बल्किअपने स्तर पर ही खारिज कर दिया1 उसके बाद फिर इस मांग ने वर्ष2002 में जोर पकडा1 उस वक्त राज्य में कांग्रेस की ही सरकार थी
उन्होंने कहा...परिवर्तन यात्रा के दौरान मेरे सामने अन्य मसलों के साथ साथ यह मसला भी सामने आया था1 मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि न तो हमने कोई वायदा किया और ना ही ऐसे किसी मसले को चुनाव घोषणा पत्र में शामिल किया1 हां हमने इन सभी बिन्दुओं का संवैधानिक एवं कानूनी पहलुओं के अंतर्गत सद्भावी रूप से परीक्षण करवाने की बात जरूर की 1...सैनी .आशामहेंद्र2206वार्ता