चीन के साथ युद्धाभ्यास पर थल सेना बराबरी के दर्जे पर अडी
नयी दिल्ली 09 अक्टूबर .वार्ता. चीन की सेना भारत के साथ अपने पहले युद्धाभ्यास को लेकर बेहद उत्सुक है लेकिन भारतीय सेना ने अभ्यास में बराबरी के रैंक के सैनिक उतारने के मुद्दे पर पांव जमा दिए हैं1 चीन के रक्षा सूत्रों ने यहां यूनीवार्ता को बताया कि उन्होंने भारतीय सेना के साथ चीन के छेंगदू क्षेत्र में दोनों सेनाओं के बीच संयुक्त अभ्यास की पेशकश सितम्बर..अक्टूबर में कराने की पेशकश की थी लेकिन भारतीय सेना ..रंगों को लेकर अड गयी1.. चीनी अधिकारी का इशारा जवानों की रैंक की आेर था1 समा जाता है कि भारतीय सेना बराबरी के रैंक वाले अधिकारी अभ्यास में उतारे जाने के लिए जोर दे रही है1 दोनों देशों के बीच संयुक्त अभ्यास का निर्णय तत्कालीन रक्षा मंत्री प्रणव मुखर्जी की पेईचिंग यात्रा के दौरान हुआ था और इसके बाद पूर्व सेना प्रमुख जनरल जे जे सिंह की चीन यात्रा में इस मुद्दे पर बारीकी से बातचीत हुई थी1 सूत्रों ने कहा कि अब रक्षा मंत्रालय का एक प्रतिनिधिमंडल इस महीने के अंत में अथवा नवम्बर के पहले सप्ताह में चीन की यात्रा पर जा रहा है ताकि बराबरी के रैंक के मुद्दे पर कोई निर्णय लिया जा सके1 चीनी रक्षा सूत्रों ने कहा कि उनके देश में रैंक मिलने की प्रक्रिया भारत से एकदम अलग है1 उन्होंने कहा कि चीन में सहायक सेना प्रमुख एक युवा अधिकारी भी हो सकता है जिसे ..स्टार.. बाद में मिलते हैं1 चीन के रक्षा अधिकारियों के अनुसार वे इस अभ्यास को संयुक्त अभ्यास नाम देना नहीं चाहते1 उनका कहना है कि युद्धाभ्यास की बात बहुत बाद में आती है1 पहले दोनों देशों को प्रशिक्षण से शुरूआत करनी चाहिये1 इस अभ्यास में चीन अपने छेंगदू क्षेत्र के जवानों और अधिकारियों को ही उतारने का इच्छुक है1 करीब पंद्रह दिन का यह अभ्यास नवम्बर के दूसरे पखवाडे में होने की सम्भावना है1 सूत्रों के अनुसार इस अभ्यास याकि प्रशिक्षण में सौ से डेढ सौ सैनिकों के शामिल होने की उम्मीद है1 कौशिक शिववीरेन्द्र1233वार्ता