मध्य प्रदेश की सीमेंट उत्पादन इकाईयों में 15 हजार करोड़ का निवेश
भोपाल,
10
अक्टूबरः
मध्यप्रदेश
में
जल्दी
ही
सीमेंट
इकाईयों
की
स्थापना
में
बड़े
औद्योगिक
समूहों
द्वारा
15
हजार
करोड़
रूपये
का
निवेश
किया
जायेगा.
वर्तमान
में
प्रदेश
में
10
बड़े
सीमेंट
उत्पादक
संयंत्रों
से
एक
करोड
72
लाख
टन
सीमेंट
का
उत्पादन
किया
जा
रहा
है.
इस प्रकार प्रदेश सीमेंट उत्पादन करने वाला देश का तीसरा बड़ा राज्य है.देश की लगभग 13 प्रतिशत सीमेंट की मांग की पूर्ति यहीं के सीमेंट संयंत्रों से होती है. जानकारी के अनुसार प्रदेश में जल्द ही सीमेंट क्षेत्र में जे.पी.सीमेंट,डायमंड,मैसूर सीमेंट, ए.सी.सी.सीमेंट, विक्रम, मैहर सीमेंट, बिरला कॉपरेशन,बिड़ला ग्रुप,प्रिज्म सीमेंट और रहेजा जैसी बड़ी कंपनियां,संयंत्रों के विस्तार कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग पांच हजार करोड़ रूपये का पूंजी निवेश करने जा रही है.
वहीं रिलायंस एनर्जी,सांघी सीमेंट और श्याम ग्रुप द्वारा लगभग दस हजार करोड रूपये की लागत के नए ग्रीन फील्ड सीमेंट प्रोजेक्ट्स लगाने का प्रस्ताव है.मध्यप्रदेश में सीमेंट उद्योगों के लिए कच्चे माल की उपलब्धता एक महत्वपूर्ण कारक है.साथ ही यहां सीमेंट के विपणन हेतु भौगोलिक स्थितियां भी माकूल हैं.
प्रदेश में उत्पादित सीमेंट की मांग कानपुर, इलाहाबाद, पटना, नागपुर सहित पूरे देश में है. इसी कारण मध्यप्रदेश को सीमेंट उत्पादन का पावर हाउस भी कहा जाता है.प्रदेश में चूना पत्थर का भंडार लगभग 362.59 करोड़ टन है. यह देश में चौथे स्थान पर है,कच्चे माल की उपलब्धता को देखते हुए यहां सीमेंट उद्योगों के विकास की अपार संभावनाएं है.
चूना पत्थर के सर्वाधिक भंडार प्रदेश के होशंगाबाद, मंदसौर, नरसिंहपुर, रीवा, सतना, पन्ना, कटनी, सागर, धार, खरगौन ,झाबुआ, बालाघाट, सीधी और मुरैना जिले में हैं. फिलहाल प्रदेश के कैमोर में एसीसी लिमिटेड 10 लाख 70 हजार मिलियन टन सीमेंट का उत्पादन कर रही है.वहीं सतना में बिरला ग्रुप 0.80 से 075 मिलियन टन सीमेंट का उत्पादन कर रहा है.
मैहर सीमेंट 3.00 मिलियन टन का उत्पादन मैहर में,विक्रम सीमेंट 3.00 मिलियन टन का उत्पादन जावद रोड में,डायमंड सीमेंट 1.02 मिलियन टन का उत्पादन दमोह में, जय प्रकाश एसोसिएट्स रीवा और बेला में 2.50 मिलियन टन का का उत्पादन तथा सतना में प्रिज्म सीमेंट लि.के 2.51 मिलियन टन वार्षिक क्षमता वाले संयंत्र सीमेंट का उत्पादन कर रहे हैं. सीमेंट उद्योगों में लाईम स्टोन माईनिंग,सीमेंट उत्पादन,ट्रांसपोर्टेशन और इनकी पैकिंग के लिए बैग के उत्पादन में एक प्लांट से लगभग 5000 व्यक्तियों को रोजगार मिलता है.