दाल भी ले सकती है प्याज की राह. एसोचैम
नयी दिल्ली 09 अक्टूबर.वार्ता. घरेलू स्तर पर दालों की मांग और उपलब्धता में लगभग 70 लाख टन का अंतर है और अगर इस कमी से निपटने के लिये समय पर कदम नहीं उठाए गए तो आगामी त्योहारी मौसम में दाल भी प्याज की राह चल सकती है
उद्योग एवं वाणिज्य संगठन का मानना है कि अगर समय रहते पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए तो दालों के दाम से 15 से 20 फीसदी तक बढ सकते हैं1 यहीं अफ्रीकी महाद्वीप और कुछ पड़ोसी देशों को गैर बासमती चावल का निर्यात जारी रहने से इसके भाव भी 10 से 15 प्रतिशत तक ऊंचे हो सकते हैं1 त्योहारी मौसम में चावल की मांग पूरी करने के लिये इसके निर्यात पर आंशिक प्रतिबंध लगाना जरी है
एसोचैम के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत ने आज एक बयान में कहा कि देश में दालों की खपत लगभग दो करोड टन है जबकि उपलब्धता महज 1.3 करोड टन की है1 इसके आयात से भी घरेलू मांग को पूरी नहीं हो पा रही है1 एसोचैम ने चेतावनी दी है कि अगले 25 दिनों में दालों की कीमतों में 15 से 20 फीसदी तक का उछाल आ सकता है
श्री धूत ने त्योहारी मौसम में दाल और चावल की कीमतों की आकलन रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि दालों एवं चावल के ऊंचे भाव से आम आदमी का बजट बिगड सकता है1 वैसे भी देश भर में सब्जियों और प्याज की बढती कीमतें आम आदमी का रूला रही हैं
सुभाष कैलाश जगबीर1524जाारी वार्ता