विदेशी मुद्रा प्रबंधन अब चुनौती बना .. सुब्बा राव
नयी दिल्ली. 9 अक्टूबर ..वार्ता.. देश में बढते विदेशी निवेश से सरकार असमंजस की स्थिति में है और अब उसे कुछ सू नहीं पा रहा है कि बढते विदेशी मुद्रा प्रवाह का प्रबंधन कैसे किया जाये
वित्त सचिव डी. सुब्बा राव के मुताबिक ..आज सवाल यह नहीं है कि विदेशी मुद्रा कैसे आकर्षति की जाये बल्कि अब बडा सवाल यह खडा हो गया है कि देश में पहुंच रही विदेशी मुद्रा को उत्पादक कायोर्ं में कैसे लगाया जाये..
उन्होंने कहा कि इस समय देश में कुल सकल घरेलू उत्पाद .जीडीपी. का करीब तीन प्रतिशत विदेशी मुद्रा प्रवाह हो रहा है लेकिन इसमें से केवल 1.1 प्रतिशत का ही उत्पादक कायोर्ं में उपयोग हो पा रहा है बाकी विदेशी मुद्रा रिजर्व बैंक के आरक्षित भंडार में जमा हो रही है
निवेश का उपयुक्त माहौल. उदार नीतियां और सरल प्रक्रियाओं के चलते देश में विदेशी मुद्रा भंडार करीब 250 अरब डालर की रिकार्ड स्तर तक पहुंच चुका है लेकिन अब समस्या इसके प्रबंधन की खडी हो गई है1 पिछले सप्ताह शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों की ताबडतोड खरीदारी से विदेशी मुद्रा प्रवाह और बढ गया और इसका असर यह हो रहा है कि अमरीकी डालर के मुकाबले पये में 10 प्रतिशत तक मजबूती आ चुकी है1 महाबीर कैलाश लखमी1750जारी.वार्ता