राष्ट्रीय.रात्रि लीड परमाणु
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी को हड़बड़ी नहीं भारत से वार्ता की मुम्बई 09 अक्तूबर .वार्ता.संयुक्त राष्ट्र से सम्बद्ध अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी .आईएईए. के महानिदेशक डा. मोहम्म्द अलबर देई ने आज कहा कि उन्हें भारत और अमरीका के बीच परमाणु करार के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक सुरक्षा सम्बंधी उपाय करने के बारे में बातचीत के लिए भारत से अभीतक औपचारिक अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है1 इस करार को लेकर देश की राजनीति में सरगर्म माहौल केबीच भारत की अपनी यात्रा के तहत बीती रात मुम्बई पहुंचे डा.अलबरदेई ने आज दिल्ली रवाना होने से पहले यहां के पास नवी मुम्बई केखारघर में कैंसर चिकित्सा एवं अनुसंधान उन्नत केन्द्र में एक कार्यक्रमके दौरान संवाददाताओं से अनौचारिक बातचीत में कहा कि उनकाकहना था कि भारत उनसे सम्पर्क तभी करेगा जब वह उक्त करार केसम्बंध में सुरक्षा पहलुओं के बारे में आईएईए से वार्ता शुरू करने कानिर्णय कर लेता है1 उन्होंने संकेत दिए कि बातचीत के लिए कोईहड़बड़ी की जरूरत नहीं है1 उन्होंने कहा....यह भारत की सरकार कानिर्णय होगा और मैं इस फैसले का इंतजार कंगा1.. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें उक्त करार को लेकर भारत मेंजबर्दस्त राजनीतिक विरोध के मद्देजर प्रस्तावित बातचीत का कोईफल निकल पाने की उम्मीद है उन्होंने ..हां.. में जवाब देते हुए कहा कि भारतीय पक्ष से मेरी बातचीत हमेशा फलदायक रही है1 उन्होंने भारत को परमाणु प्रौद्योगिकी के विकास एवं निशस्त्रीकरण की प्रक्रिया में अहम भागीदार बताया 1 आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डा.अलबर देई का कल नईदिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलने का कार्यक्रम है1 वहगुरूवार को ताजमहल देखने के लिए आगरा जाने से पहले दिल्ली मेंकुछेक कार्यक्रम में भी भाग लेंगे1 सूत्रों के अनुसार डा. अलबरदेई नेे आज यहां भाभा परमाणु अनुसंधानकेन्द्र परिसर में दिन के भोजन के दौरान भारतीय नाभिकीय ऊर्जा निगम..एपपीसीआईएल..के अध्यक्ष एस.के.जैन समेत कुछ शीर्ष परमाणुवैज्ञानिकों के अनौचारिक विचार विमर्श किया1 पर इसका ब्यौरा नहींमिल सका है
इससे पूर्व डा. अलबर देई ने यहां टाटा मेमोयिल सेंटर..टीएमसी..में कैंसर की चिकित्सा के लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र.बीएआरसी.के सहयोग से विकसित रेडियो थैरेपी मशीन ्रभाभाट्रोन का उद्घाटन किया1 टीएमसी के प्रवक्ता जे.एच. जाफरी ने इसकी पुष्टि करते हुएयूनीवार्ता को बताया कि हर तरह के कैंसर की चिकित्सा में काम आनेवाली ऐसी ही एक मशीन वियतनाम के लिए डा. अलबर देई को भेंटकी गयी1 यह कैंसर की चिकित्सा के लिए विश्व भर में सबसे कम लागत से विकसित मशीन है1 डा अलबर देई एक दिसम्बर 1997 को आईएईए केमहानिदेशक बने थे1 इस पद पर यह उनका तीसरा कार्यकाल है1 इसदौरान उन्हें परमाणु ऊर्जा का इस्तेमाल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए करने के कार्य को बढ़ावा देने के लिए आईएईए के साथ वर्ष 2005 में नाबेल शांति पुरस्कार भी मिला है1 चन्द्र.महेश वार्ता