खाद्यान्न और तेल मूल्य के खतरे बरकरार .. रेड्डी
मुंबई. 08 अक्टूबर ..वार्ता.. मौद्रिक एवं रिण नीति की आगामी छमाही समीक्षा में ब्याज दरों में नरमी की उम्मीद लगाये उद्योग जगत को अभी और इंतजार करने का संकेत देते हुये रिजर्व बैंक के गवर्नर वाई.वी. रेड्डी ने आज कहा कि तेल मूल्यों के टके और खाद्यान्न आपूर्ति में कमी देश के लिये अभी भी खतरे की घंटी बने हुये हैं1 श्री रेड्डी ने यहां एक वित्तीय सम्मेलन को संबोधित करते हुये यह भी स्पष्ट किया कि मुद्रा स्थायीकरण कोष बनाने के लिये यह समय उचित नहीं है1 उन्होंने कहा कि विदेशी मुद्रा आरक्षित भंडार में पूंजी प्रवाह का दबाव बना हुआ है ऐसे में पूंजीगत खाते और विदेशी मुद्रा निकासी दोंनों ही स्थिति में लगने वाले टके सहने के प्रति सुरक्षा उपायों की जरत है
उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ऊंचे तेल मूल्य और खाद्यान्नों की आपूर्ति में आते उतार चढाव अर्थव्यवस्था के लिये काफी संवेदनशील बने हुये हैं1 श्री रेड्डी ने अपने इस वक्तव्य से यह संदेश देने का प्रयास किया है कि कच्चे तेल के बढते दाम और खाद्यान्नों की अनिश्चित आपूर्ति स्थिति से महंगाई के खतरे बने हुये हैं
महाबीर.कैलाश नंद1704 जारी.वार्ता
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