अर्थ. ब्याज.फिक्की दो अंतिम नयी दिल्ली
खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में भी कंपनियों को नयी परियोजनाओं के लिये रिण लेते समय कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है1 इसमें बैंकों से रिण मंजूर होने में लगने वाला लंबा समय. गारंटी के रूप में संपत्ति न होने की सूरत में नये उद्यमियों को कर्ज कम मिल पाना और हरित क्षेत्र परियोजनाओं को बढ़ावा नहीं दिया जाना जैसी समस्याएं शामिल हैं
फिक्की की सुाव है कि आरबीआई को यह सुनिश्चित करने के लिये कदम उठाने चाहिये कि शेयरों के बदले कंपनियों को आेवरड्राफ्ट के रूप में कार्यशील पूजीं रिण प्राप्त हो सके
सवर्ेक्षण में शामिल अधिकांश प्रतिभागियों का मानना है कि आवास रिणों को महंगा बनाने के आरबीआई के कदम को न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता1 पिछले दो सालों में आरबीआई गृह रिण नियमों को कड़ा करने के बाद से आवास रिणों में खासी कमी आयी है
सवर्ेक्षण के नतीजों के आधार पर फिक्की का सुाव है कि आरबीआई को आवास रिणों के बजाए व्यावसायिक कजो को सख्त बनाना चाहिये1 नियम इस तरह बनाने चाहिये कि वास्तविक आवास रिण आवेदकों को खामियाजा न भुगतना पडे
सुभाष मनोरंजन 1526 वार्ता.