पितृ पक्ष में श्राद्ध के लिये कौओं का अकाल
पत्थलगांव .छत्तीसगढ. 07 अक्टूबर.वार्ता. पितृ पक्ष में श्राद्ध की पुरातन परम्परा को पूरा करने केलिये कौओं को रोटी खिलाने वालों को इन दिनों काफ्ी निराशा का सामना करना पड रहा है
औद्योगिकीकरण और अन्य कारणों केचलते तेजी से बढ रहे पर्यावरण प्रदूषण के कारण शहरी क्षेत्रों में इन दिनों कौए दुर्लभ पक्षी बन गये हैं
पक्षी विशेषज्ञ और धरमजयगढ वन मण्डल के अधिकारी हेमन्त पाण्डेय का कहना है कि कौए वातावरण के प्रति काफ्ी संवेदनशील रहते हैं1 पानी और भोजन में कीटनाशक और रासायनिक दवाओं के जरूरत से ज्यादा प्रयोग होने से कौऐ तथा अन्य पक्षी आबादी से काफ्ी दूर चले गये हैं
श्री पाण्डेय ने बताया कि पर्यावरण प्रदूषण से मनुष्य केसाथ.साथ पक्षियों पर भी विपरीत असर पड रहा है1 यही वजह है कि अब शहरीक्षेत्रों में कौओं की कांव.कांव कम सुनाई पडने लगी है
संवाद शिरीष अभिनव मनोरंजन 1456 वार्ता.