चोरी गए वाहनों के इंजन को जाम कर सकता है नया साफ्टवेयर
नयी दिल्ली. 06 अक्टूबर. वार्ता. भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी. रूडकी के एक पूर्व छात्र ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया है. जिसकी मदद से वाहनों की सही स्थिति का पता तो लगाया ही जा सकता है. चोरी होने की स्थिति में उसके इंजन को जहां का तहां जाम किया जा सकता है1 उत्तर प्रदेश के आगरा निवासी श्री शैलेन्द्र बंसल ने उपग्रह आधारित एक ऐसा स्वचालित यंत्र विकसित किया है. जो वाहन मालिक को उसके वाहन की यथास्थिति की जानकारी तो देगा ही. चोरी हुए वाहन को लेकर किस दिशा में. कहां तक और किस गति से ले जाया जा रहा है. उससे भी अवगत कराएगा1 इन जानकारियों के आधार पर सर्वर के माध्यम से उस खास वाहन का .इग्निशन ब्लॉक. कर जहां का तहां रोका जा सकता है1 रेडियो नेविगेशन प्रणाली पर आधारित ग्लोबल पॉजिशनिंग सिस्टम .जीपीएस. मोबाइल डाटा सर्वर पर आधारित जनरल पॉकेट रेडियो सर्विस .जीपीआरएस. तथा मैपिंग तकनीक आधारित जीआईएस के संयुक्त इस्तेमाल से विकसित किये गये सॉफ्टवेयर ..फाइंड एन सिक्योर.. को वाहन के इंजन में फिट कर दिया जाता है. जिसमें एक मोबाइल सिम कार्ड लगा होता है. जो उपग्रह और सर्वर से दोतरफा जुडा होता है1 इनके जरिये उस वाहन की स्थिति की स्पष्ट जानकारी हासिल की जा सकती है1 श्री बसंल ने बताया कि इस प्रणाली में गूगल मैप्स का भी सहयोग लिया जाता है1 इस साफ्टवेयर का इस्तेमाल महानगरों में सडक दुर्घटनाओं में कमी लाने. व्यापारियों को अपने मालों की यथास्थिति मालूम करने. डाकसेवाओं. टैक्सी और कूरियर सेवाओं आदि में किया जा सकता है1 चालकों के तेज गति से वाहन चलाने का पूरा रिकार्ड भी समय और तारीख के साथ अंकित रहता है1 इस सॉफ्टवेयर की कीमत महज 19 हजार 905 पये है और उसमें लगे सिम कार्ड के लिए प्रतिमाह 495 पये खर्च करने पडेंगे1 श्री बसंल ने इस साफ्टवेयर के पेटेंट के लिए आवेदन कर दिया है1 उन्होंने बताया कि इस साफ्टवेयर की खासियत है कि आपात स्थिति में चालक निर्धारित बटन दबाकर इसकी सूचना सर्वर और संबंधित क्षेत्र में स्थित कॉल सेंटर को दे सकता है1 चालक का यह अलट ई.मेल या एसएमएस के माध्यम से प्राप्त किया जाता है1 वाहनों का दरवाजा खुला रह जाने की स्थिति में भी ऐसे ही अलर्ट जारी होते हैं1 सॉफ्टवेयर की खासियत है कि उससे बैटरी हटा दिये जाने के बावजूद उसमें 16 घंटे तक का पावर बैकअप मौजूद है1 इस साफ्टवेयर का सफल परीक्षण राजधानी एक्सप्रेस में भी किया जा चुका है1 साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के लाहौर. यमन के साना. नाइजीरिया के लागोस और अमरीका के कैलिफोर्निया में भी इसका सफल परीक्षण किया है
सुरेश . अजय प्रेम .1549वार्ता