'गेट बंद था, रात के 1 बज रहे थे... उसने हमें जाने नहीं दिया और डेढ़ घंटे तक वहीं इंतजार किया'
#MeToo कैंपेन के जोर पकड़ने से कई नामी पुरुषों का एक अलग ही चेहरा सामने आया है। सड़क से लेकर ऑफिस तक में महिलाओं की सुरक्षा पर बहस शुरू हो गई है। इसी बीच एक ऐसी खबर आई है जिसने मानवता पर विश्वास एक बार फिर जगा दिया है।
नई दिल्ली। #MeToo कैंपेन के जोर पकड़ने से कई नामी पुरुषों का एक अलग ही चेहरा सामने आया है। सड़क से लेकर ऑफिस तक में महिलाओं की सुरक्षा पर बहस शुरू हो गई है। इसी बीच एक ऐसी खबर आई है जिसने मानवता पर विश्वास एक बार फिर जगा दिया है। कैब कंपनी उबर के एक ड्राइवर की कहानी ने इंटरनेट पर लोगों का दिल जीत लिया है। ये ड्राइवर आधी रात में दो महिलाओं के साथ रहा क्योंकि उनकी सोसाइटी का गेट बंद था और वो उन्हें अकेला नहीं छोड़ना चाहता था।
जहां एक तरफ कैब ड्रइवरों की अश्लील हरकतें सुनने को मिलती हैं, वहीं इस ड्राइवर ने जो किया वो वाकई काबिलेतारीफ है। उबर कंपनी के एक ड्राइवर ने दो महिलाओं की मदद कर लोगों का दिल जीत लिया है। कंपनी का ड्राइवर संतोष ने अपनी कैब में प्रियषमिता गुहा और उनकी मां को बतौर सवारी बिठाया। जब वो दोनों को लेकर उनकी डेस्टिनेशन पहुंचा तो उन्होंने देखा कि उसका गेट बंद है।
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प्रियषमिता और उनकी मां जहां ठहरे हुए थे, उसका गेट बंद हो चुका था। वक्त करीब रात के 1 बजे का था। राइड खत्म हो चुकी थी लेकिन ड्राइवर संतोष ने उन्हें अकेला छोड़ने से इनकार कर दिया। संतोष ने दोनों महिलाओं के साथ डेढ़ घंटा इंतजार किया और जब तक वो अंदर नहीं गईं, वो वहीं खड़ा रहा। संतोष ने इस दौरान अगली बुकिंग भी नहीं ली। प्रियषमिता ने ट्वीट कर ड्राइवर संतोष की तारीफ की है।
उनके इस ट्वीट पर लोगों ने जवाब दिया है कि ऐसे लोग मानवता में विश्वास कायम करते हैं। उबर ने भी रिप्लाई करते हुए कहा कि उन्हें संतोष पर गर्व है।
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