राम रहीम की फिल्में दिखाकर अबू सलेम से लिया जाएगा फांसी ना दे पाने का बदला
मुंबईः मुंबई बम धमाके में दोषी ठहराए गए डॉन अबू सलेम को मुंबई की कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। कहा जा रहा है कि अबू सलेम इस बात से खुश है कि उसे फांसी नहीं दी जा सकती क्योंकि पुर्तगाल के साथ हुई प्रत्यर्पण की संधि के साथ ऐसा नहीं किया जा सकता। वो खुशी-खुशी उम्रकैद की बची हुई 13 साल की सजा काटने को भी तैयार है लेकिन इस शर्त पर कि उसे इस सजा के साथ राम रहीम की फिल्में नहीं दिखाई जाएं। वो इस बात से दहशत में है कि फांसी की सजा ना दे पाने का बदला लेने के लिए उसे जेल में राम रहीम की फिल्में दिखाने की बातें हो रही हैं।
जी हां, हमारे कुल्लु भाई ने बताया कि कानून के मुताबिक अबू सलेम को फांसी की सजा मिलती लेकिन पुर्तगाल के साथ हुई प्रत्यर्पण की संधि के कारण उसे फांसी नहीं दी गई। फांसी की सजा का बदला लेने के लिए अबू सलेम को जेल में बाबा राम रहीम की फिल्में दिखाई जाएंगी। ये बात सुनकर अबू सलेम के होश उड़ गए। कई लोग चाहते थे कि अबू सलेम को ढिंचैक पूजा के गाने सुनाए जाएं और बाबा राम रहीम की फिल्म दिखाई जाएं।
पिछले दस दिन से जेल में बंद राम रहीम को जब इस बात की जानकारी मिली तो वो बहुत खुश हुआ। कहा जाता है कि पहली बार बाबा के चेहरे पर खुशी देखी गई। बाबा इस बात से खुश है कि उसकी बनाई हुई फिल्म किसी के काम आ रही है। बाबा का कहना है कि अगर सरकार इजाजत दे तो वो ऐसी और भी कई फिल्म बना सकता है अगर उसे जेल से बाहर आने दिया जाए तो। बाबा की इस बात को अनसुना कर दिया गया।
लेकिन जब जेलर ने बाबा को बताया कि उसे भी उसकी बनाई हुई फिल्मों को रोज दिखाया जाएगा तो बाबा के चेहरे से सारी खुशी गायब हो गई। बाबा फिर से पुराने गम में चला गया।
अबू सलेम-एक ऐसा नाम है जिसे अंडरवर्ल्ड में भाई या डॉन के नाम से जाना जाता है। कहने को तो डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है, लेकिन ये डॉन पकड़ा भी गया और सजा भी हो गई। अबू सलेम को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है।
बता
दें,
अबू
सलेम
को
12
मार्च
1993
में
मुंबई
में
हुए
सीरियल
ब्लास्ट
को
दोषी
पाया
गया
है।
इस
हमले
में
257
लोगों
की
मौत
हो
गई
थी
वहीं
700
से
ज्यादा
लोग
घायल
हो
गए
थे।
मुंबई
में
हुए
हमले
में
फिल्म
स्टार
संजय
दत्त
पर
भी
मुकदमा
चला
था।
(यह
एक
व्यंग्य
है)