UP-PCS में 6 लाख से अधिक रिकार्ड आवेदन, आईएएस की तर्ज पर होनी है परीक्षा
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के इतिहास में पहली बार पीसीएस परीक्षा के लिए 6 लाख से अधिक रिकॉर्ड आवेदन आए हैं। इस बार परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया है और आईएएस की तर्ज पर यह परीक्षा होनी है। ऐसे में अभ्यर्थियों का आयोग की इस परीक्षा के प्रति रुझान बढ़ा है। चूंकि आईएएस की परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी भी अब पीसीएस की परीक्षा में बैठकर अपना भाग्य जरूर आजमाना चाहेंगे, जिसके कारण भी इस बार पीसीएस में आवेदन की संख्या लाखों में पड़ गई है।
एसीएफ/आरएफओ
ने
भी
बढ़ाई
संख्या
हालांकि
पहली
बार
पीसीएस
के
साथ
संयुक्त
रूप
से
एसीएफ/आरएफओ
की
प्रारंभिक
परीक्षा
भी
कराई
जा
रही
है।
ऐसे
में
आवेदनों
की
संख्या
में
बढ़ोतरी
का
अनुमान
तो
आयोग
को
भी
था,
लेकिन
6
अगस्त
को
आवेदन
खत्म
होने
बाद
आवेदनकर्ता
की
संख्या
6
लाख
35
हजार
844
पहुंच
गई
है।
ऐसे
में
आयोग
के
सामने
सबसे
बड़ा
सवाल
परीक्षा
को
सकुशल
सुरक्षित
रूप
से
पूरा
कराना
होगा।
साथ
ही
नकल
माफियाओं
की
बुरी
नजर
से
भी
प्रश्न
पत्र
को
बचाना
होगा।
फिलहाल
हर
भर्ती
परीक्षा
को
लेकर
विवादों
से
घिरा
रहने
वाला
आयोग
इस
परीक्षा
को
कैसे
बिना
विवाद
के
निपटायेगा
और
कैसे
अपनी
धूमिल
साख
को
वापस
साफ
करेगा
यह
देखना
दिलचस्प
होगा।
क्या
रहे
हैं
आंकड़े
लोक
सेवा
आयोग
की
ओर
से
दी
गई
जानकारी
के
अनुसार
पीसीएस
की
अभी
तक
की
परीक्षाओं
में
अधिकतम
आवेदनकर्ताओं
की
संख्या
4.5
लाख
के
आसपास
रही
थी।
लेकिन,
यह
पहली
बार
हुआ
है
जब
आवेदनकर्ताओं
की
संख्या
लगभग
6.5
लाख
पहुंच
गई
है।
यहां
यह
भी
बताते
चलें
कि
एसीएफ/आरएफओ
की
परीक्षा
के
लिये
कभी
70
हजार
से
जादा
आवेदन
नहीं
आये
थे।
ऐसे
में
अभ्यर्थियों
की
अचानक
बड़ी
संख्या
ने
आयोग
के
सामने
परीक्षा
केंद्र
के
निर्धारण
को
लेकर
भी
एक
बड़ा
सवाल
खड़ा
कर
दिया
है।
क्योंकि
अभी
तक
पीसीएस
परीक्षा
21
जिलों
में
आयोजित
की
जाती
रही
है।
लेकिन,
इस
बार
इतने
जिले
में
केंद्र
समेटना
मुश्किल
होगा।
संख्या
की
वजह
से
ही
टली
परीक्षा
गौरतलब
है
कि
उत्तर
प्रदेश
लोक
सेवा
आयोग
की
पीसीएस
की
परीक्षा
19
अगस्त
को
प्रस्तावित
थी।
आयोग
ने
कई
बार
यह
स्पष्ट
भी
कर
दिया
था
कि
यह
परीक्षा
आपने
प्रस्तावित
तिथि
पर
ही
होगी।
एलटी
ग्रेड
परीक्षा
अपने
समय
पर
कराकर
आयोग
में
इसका
स्पष्ट
संकेत
भी
दे
दिया
था।
लेकिन
आवेदकों
के
एकाएक
बढ़ने
से
आयोग
की
पूर्व
रणनीति
धराशाही
हो
गई
और
आखिरकार
आयोग
ने
भी
अचानक
से
परीक्षा
तिथि
आगे
बढ़ाने
का
निर्णय
लिया
और
अब
यह
परीक्षा
28
अक्टूबर
को
प्रस्तावित
हुई
है।
IAS
की
तर्ज
पर
होगी
परीक्षा
संघ
लोकसेवा
आयोग
की
आईएएस
परीक्षा
की
तरह
इस
बार
उत्तर
प्रदेश
लोक
सेवा
आयोग
पीसीएस
परीक्षा
होगी।
जिसके
तहत
सेलेबस
और
परीक्षा
में
मिलने
वाले
अंकों
में
बदलाव
किया
गया
है।
यूपी
पीसीएस
में
इस
बार
से
एक
ही
वैकल्पिक
विषय
होगा
और
सामान्य
अध्ययन
के
प्रश्न
पत्र
की
संख्या
चार
कर
दी
गई
है।
साथ
ही
इंटरव्यू
के
नंबर
का
पूर्णांक
भी
घटा
दिया
गया
है
।
पीसीएस
2018
की
परीक्षा
28
अक्टूबर
को
प्रस्तावित
है।
ये भी पढे़ं- गौरव यात्रा में सरकारी धन के खर्च को लेकर बीजेपी अध्यक्ष को नोटिस जारी