NEET 2018: केंद्र सरकार का हजारों बच्चों को तोहफा, घटाया 15% कट-ऑफ पर्सेंटाइल
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) के पर्सेंटाइल को कम कर दिया है। मोदी सरकार ने NEET 2018 पीजी और सुपर स्पेशिएलिटी के लिए कट-ऑफ पर्सेंटाइल को 15 प्रतिशत तक घटा दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में इस बात की जानकारी दी गई है।
नई दिल्ली। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) के पर्सेंटाइल को कम कर दिया है। मोदी सरकार ने NEET 2018 पीजी (PG) और सुपर स्पेशिएलिटी (SS) के लिए कट-ऑफ पर्सेंटाइल को 15 प्रतिशत तक घटा दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में इस बात की जानकारी दी गई है। सरकार के इस फैसले से 18,000 उम्मीदवारों को फायदा पहुंचेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में जानकारी दी गई है कि NEET 2018 पीजी और सुपर स्पेशिएलिटी के लिए कट-ऑफ पर्सेंटाइल को घटा दिया गया है। यानि जनरल कैटेगरी के 50 के पर्सेंटाइल और एससी/एसटी/ओबीसी के 40 पर्सेंटाइल को 15 प्रतिशत कम कर दिया गया है। अब जनरल कैटेगरी को पास होने के लिए 35 पर्सेंटाइल और आरक्षित कैटेगरी को 25 पर्सेंटाइल की जरूरत पड़ेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि ये सभी फैसले पोस्ट ग्रेजुएट सीट्स को भरने के लिए उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'यह चिकित्सा क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और सरकार द्वारा इसे दी गई प्राथमिकता को दिखाता है। हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे पास अच्छी स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए पर्याप्त मैनपॉवर है।' कहा जा रहा है कि इस फैसले से कम नंबर लाने वाले उम्मीदवारों के लिए दाखिले का रास्ता तो साफ हो जाएगा, लेकिन इससे क्वालिटी पर फर्क पड़ेगा।
The government of India has decided to reduce the percentile for NEET PG and NEET SS by 15% for the good of students. This decision will benefit more than 18000 students. @MoHFW_INDIA
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) April 27, 2018
हर साल NEET का आयोजन मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) कराता है। मेडिकल में पीजी कोर्स में दाखिले के लिए 50 प्रतिशत सीटें केंद्र द्वारा और 50 प्रतिशत सीटें राज्यों द्वारा भरी जाती हैं।