Coronavirus Effect: विदेश से 8.4 लाख प्रवासी वापस केरल लौटे, 5.5 लाख ने गंवाई नौकरी
नई दिल्ली। Jobs Loss in Coronavirus: कोरोना वायरस महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था तो प्रभावित हुई ही, साथ ही लोगों की आय पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ा। बीते साल मई से लेकर अब तक केरल में लाखों की संख्या में प्रवासी लौटे हैं, इनमें से 5.52 लाख ने अपने लौटने के पीछे की वजह नौकरी छूट जाना बताया है। डिपार्टमेंट ऑफ नॉन-रेजिडेंट केरलाइटीस अफेयर्स द्वारा जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मई 2020 के पहले हफ्ते से लेकर इस साल 4 जनवरी के बीच 8.43 लाख लोग विदेश से केरल लौटे हैं। इनमें से 5.52 लाख ने कहा कि विदेश में जहां वो काम किया करते थे, वहां उनकी नौकरी चली गई। इनमें से 1.40 लाख लोग तो ऐसे हैं, जो बीते 30 दिनों में ही वापस लौटे हैं।
वापस लौटे लोगों में से 2.08 लाख में से कुछ का कहना है कि इनका जॉब वीजा एक्सपायर हो गया था तो कुछ ने अन्य कारणों को वापस लौटने की वजह बताया। इनमें नौकरीपेशा लोगों के अलावा बुजुर्ग, बच्चे सहित प्रवासियों के परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं। चूंकी कोरोना वायरस का नौकरियों पर पड़ने वाला प्रभाव अब भी जारी है, ऐसे में केरल की अर्थव्यवस्था को लंबे वक्त तक इसका प्रकोप झेलना पड़ सकता है। जो लोग लौटे हैं उनमें से अधिकतर पश्चिमी एशिया से आए हैं। हालांकि अब ये भी कहा जा रहा है कि हालात सामान्य भी हो रहे हैं और लोगों ने धीरे-धीरे विदेश लौटना शुरू कर दिया है।
सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज, तिरुवनंतपुरम में प्रवासी भारतीय मामलों की अनुसंधान इकाई के मंत्रालय में अध्यक्ष प्रोफेसर, राजन ने कहा कि वह पैसे के मामले में बहुत अधिक कमी नहीं देख रहे हैं। केरल ने 2018 में 85,000 करोड़ रुपये का धन-प्रेषण देखा और 2020 में इसके बढ़कर 100,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद थी। राजन ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में धन-प्रेषण में 10 से 15 प्रतिशत की गिरावट हो सकती है।
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