इस कंपनी में कर्मचारियों के पास सैलरी तय करने का अधिकार, महिला ने साढ़े छह लाख बढ़ाई तनख्वाह, बोलीं- काम भी तो करती हूं
नई दिल्ली। ब्रिटेन की ग्रांट ट्री नाम की एक कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को ये हक मिला हुआ है कि वो अपनी सैलरी तय करें। कंपनी इसलिए चर्चा में हैं क्योंकि यहां काम करने वाली एक 25 साल की युवती ने अपनी सैलरी करीब साढ़े छह लाख रुपए बढ़ाई है। महिला का कहना है कि उसे लगता है, उसके काम के हिसाब से बढ़ोतरी ठीक है।
30 से 37 हजार पाउंड की अपनी सैलरी
लंदन स्थित फर्म ग्रांट ट्री में काम करने वाली सलेलिया मंडुका को 30 हजार पाउंड (करीब 27 लाख भारतीय रुपए) सैलरी मिलती थी। बीते माह इन्होंने अपनी सैलरी को सात हजार पाउंड बढ़ा लिया। अब उनकी सैलरी 37 हजार पाउंड (करीब साढ़े 33 लाख भारतीय रुपए) हो गई है।
काम के हिसाब से बढ़ाई है मैंने अपनी सैलरी
25 साल की सलेलिया की सैलरी में भारी बढोतरी पर भले लोग हैरत कर रहे हैं लेकिन वो इसे कुछ बड़ा नहीं मानती हैं। सलेलिया ने कहा कि उन्होंने शानदार काम किया और वे टार्गेट से काफी आगे पहुंच गई थीं। जब उन्होंने अपने सहकर्मियों से सैलरी बढ़ाने को लेकर बात की तो उन्होंने भी सलेलिया की बात को सही माना। इसके बाद उन्होंने अपनी सैलरी में बढोतरी की।
बिजनेस कंपनियों के लिए काम करती है ग्रांट ट्री
लंदन की ग्रांट ट्री नाम की यह कंपनी बिजनेस कंपनियों को सरकारी फंड हासिल करने में मदद करने का काम करती है। कंपनी में करीब 45 स्टाफ काम करते हैं और खुद ही अपनी सैलरी तय कर करते हैं और इसमें बदलाव भी करते हैं। जब कोई कर्मचारी सैलरी बढ़ाता है तो उसे साथियों से बात करनी होती है, स्टाफ मानता है कि उसका काम अच्छा है तो वो सैलरी बढ़ा लेते हैं।