Civil Services Toppers: 4 साल के बच्चे की मां अनु ने हासिल किया दूसरा स्थान, सिरसा का यह युवा तीसरे स्थान पर रहा, सफलता की प्रेरणादायक कहानी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने साल 2017 परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए। परिणाम शुक्रवार शाम को घोषित किए गए। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में हैदराबाद के रहने वाले अनुदीप डुरीशेट्टी ने टॉप किया है। वहीं हरियाणा की अनु कुमारी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है और सचिन गुप्ता ने तीसरा स्थान।
नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने साल 2017 परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए। परिणाम शुक्रवार शाम को घोषित किए गए। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में हैदराबाद के रहने वाले अनुदीप डुरीशेट्टी ने टॉप किया है। वहीं हरियाणा की अनु कुमारी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है और सचिन गुप्ता ने तीसरा स्थान। अनु और सचिन दोनों ही हरियाणा से आते हैं। दूसरे स्थान पर रहने वालीं अनु कुमारी 4 साल के बच्चे की मां हैं और सिविल सर्विस के लिए उन्होंने अपनी 20 लाख की नौकरी भी छोड़ दी थी।
सिविल सर्विस के लिए छोड़ी 20 लाख की नौकरी
हरियाणा के सोनीपत की 31 वर्षीय अनु कुमारी ने सिविल सर्विसेज के लिए तैयारी डेढ़ साल पहले तैयारी करना शुरू किया था। दिल्ली में हिंदू कॉलेज से फिजिक्स (ऑनर्स) और नागपुर से एमबीए करने वालीं अनु एक 4 साल के बच्चे की मां भी हैं। अनु 9 साल से प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहीं थीं, जब उन्होंने देश के लिए कुछ करने का फैसला लिया। अनु अपनी नौकरी से संतुष्ट नहीं थीं और कुछ अर्थपूर्ण करना चाहती थीं। इसलिए डेढ़ साल पहले उन्होंने सिविल सर्विस परीक्षा ती तैयारी शुरू की। इसके लिए अनु दिल्ली में अपने पति को छोड़कर अपने मायके चलीं गईं और साल 2016 से वहीं रहीं ताकी तैयारी सही ढंग से हो पाए।
आईएएस है अनु की पहली प्राथमिकता
अनु की ये मेहनत शुक्रवार को रंग लाई जब पूरे भारत में उन्होंने दूसरा स्थान प्राप्त किया। अनु ने बताया कि वो दिन में 10-12 घंटे पढ़ाई करती थी। उन्होंने कहा कि ये किसी सपने जैसा है और उन्हें अभी क इसपर यकीन नहीं हो रहा है। 'मेरी पहली प्राथमिकता आईएएस है क्योंकि मैं अपने देश में रहकर यहां के लोगों के लिए कुछ करना चाहती हूं।' अपनी कामयाबी पर अनु ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, 'मेरी मां और आंटी मेरा सपोर्ट सिस्टम हैं। मेरी मां मेरा रोल मॉडल हैं और मैं अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय उन्हें देती हूं।' अनु ने हरियाणा में महिलाओं की सुरक्षा पर कहा कि अब ज्यादा से ज्यादा परिवार अपनी बेटियों को पढ़ा लिखा रहे हैं, लेकिन इसमें और काम किया जाना बाकी है। अनु ने कहा, 'खाप पंचायत हमारी तरक्की के लिए खतरनाक है लेकिन मुझे खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वो हमापी निजी मुद्दों या महिला सशक्तिकरण में कुछ नहीं कह पाएंगे।'
सिरसा के सचिन गुप्ता रहे तीसरे स्थान पर
महिला उम्मीदवारों को अनु ने कहा कि वो अपने सपने के पीछे भागना बंद न करें। अगर महिलाएं सशक्त होंगी तो 50 प्रतिशत जनसंख्या सशक्त होगी। हरियाणा के सोनीपत की अनु ने जहां सिविल सर्विस परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त किया, वहीं सिरसा के सचिन गुप्ता तीसरे नंबर पर रहे। 26 साल के सचिन ने पटियाला से बीटेक किया है और उन्होंने पिछले साल भी ये परीक्षा पास कर ली थी। फिलहाल वो सिविल सर्वेंट बनने की ट्रेनिंग ले रहे हैं। इससे पहले सचिन मारुति में काम करते थे लेकिन नौकरी के दो साल में ही उब गए। 6 भाई-बहनों में सचिन सबसे छोटे हैं और घर में उच्च सरकारी नौकरी पाने वाले भी पहले शख्स हैं। उनके परिवार की एक होलसेल की दुकान है। (फोटो साभार: इंडियन एक्सप्रेस)
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