आरएसएस के आगे झुके आडवाणी, सुषमा, मोदी की दावेदारी तय
नई दिल्ली। अभी तक गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी के लिए सबसे बड़ी रूकावट बने वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज ने संघ की शर्ते मान ली है, लिहाजा मोदी के पीएम पद की दावेदारी का रास्ता साफ हो गया है। आज पार्टी के नेताओं से आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बात की, जिसके बाद मीडिया में आ रही रिपोर्ट में आरएसएस का कहना है कि हमारे पास मोदी के अलावा कोई विकल्प नहीं है, अत: उनके नाम पर सहमति बन गई हैं।
वहीं सूत्रों के अनुसार आडवाणी ने मोदी के नाम की स्वीकृति दे दी है और कहा है कि आज वो जो भी हैं, वह संघ की वजह से ही हैं, अत: संघ जो भी फैसला करेगा उसमें उनकी सहमति होगी। इस बैठक के बाद पार्टी के संसदीय बोर्ड के नेताओं को 12 तारीख तक दिल्ली में ही रहने का आदेश दिया गया है और कहा गया है कि इसके बाद भी उनकी जरूरत कभी भी पड़ सकती है।
वहीं सुषमा स्वराज ने भी संघ की बातों से सहमति जताई है। इसके बाद उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी के नाम की औपचारिक घोषणा जल्द ही की जा सकती है। मोदी ने आज जयपुर में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया और कांग्रेस मुक्त भारत के सपने को दोहराया।
इसके पहले भी आरएसएस ने संकेत दिये थे कि वह मोदी के नाम पर कोई समझौता नहीं करेंगे, अगर मोदी की उम्मीदवारी में आडवाणी और सुषमा नाराज होते हैं तो संघ उनकी नाराजगी की परवाह नहीं करेगा। पार्टी का संसदीय बोर्ड इस मामले पर अगली बैठक जल्द ही कर सकता है।