Fact Check: क्या हर व्यक्ति को मिलेंगे 1.30 लाख रुपए, जानिए Whatsapp पर वायरल हो रहे दावे का सच
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीच सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार भी काफी गर्म है। इंटरनेट पर कई ऐसे दावे किए जा रहे हैं जिनका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है। ऐसे की एक दावे का खंडन भारत सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पीआईबी फैक्ट चेक ने किया है। दरअसल, व्हाट्सएप पर एक मैसेज इन दिनों काफी वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को घर बैठे कोरोना फंडिंग के रूप में 1.30 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। हालांकि यह दावा पूरी तरह झूठा है और सरकार ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है।
गौरतलब है कि महामारी काल में कई लोगों की नौकरी चली गई है तो कुछ लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है। आर्थिक संकट के चलते कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की छटनी की है। इन सब के बीच युवाओं में अफवाह फैलाने के लिए कुछ लोगों ने केंद्र सरकार के नाम पर सोशल मीडिया पर झूठा मैसेज सर्कुलेट कर दिया। वायरल हो रहे मैसेज में लिखा है, 'सरकार ने देश के 18 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को 130000 रुपए देने की घोषणा की है।' बता दें कि मैसेज के साथ एक लिंक भी शेयर किया गया है जिसमें इस योजना के बारे में और अधिक झूठी बातें कही गई हैं।
वायरल हो रहा दावा जब भारत सरकार के पीआईबी फैक्ट चेक टीम के पास पहुंचा तो पड़ताल करने पर यह झूठा निकला। पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैडल पर मैसेज का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए इसे झूठा बताया है। पीआईबी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार द्वारा ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है। बता दें कि तेजी से ग्लोबलाइज हो रही इस दुनिया में अब अफवाह फैलने में ज्यादा वक्त नहीं लगता। ऐसे में यूजर्स को खुद ऐसे किसी भी संदेश पर विश्वास करने से पहले उसकी सत्यता के बारे में एक बार जरूर पता लगा लेना चाहिए।
यह भी पढ़ें: Fact Check: सरकार ने 1 दिसंबर से ट्रेन सेवा बंद करने का फैसला लिया? जानिए सच्चाई
Fact Check
दावा
सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को 130,000 का भुगतान करने का आदेश दिया है।
नतीजा
सरकार द्वारा ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है।