अपने नाम से वायरल फर्जी मैसेज देख भड़के रतन टाटा, कही ये बात
नई दिल्ली। कारोबारी रतन टाटा ने उनके नाम से वायरल हो रहे एक मैसेज को लेकर नाराजगी जताई है। सोशल मीडिया पर इस मैसेज में अखबार की एक कटिंग वायरल है, जिसमें रतन टाटा के नाम से एक खबर छपी है। इस मैसेज में रतन टाटा के हवाले से कोविड-19 को लेकर अर्थव्यवस्था पर कुछ बातें कही गई हैं। जिसको लेकर टाटा ने ट्वीट कर सफाई दी।
क्या कहा गया है वायरल मैसेज में?
रतन टाटा के हवाले से वायरल इस फेक न्यूज में लिखा गया है- आर्थिक मामलों के जानकार कह रहे हैं कि कोरोना महामारी की वजह से अर्थव्यस्था तहस-नहस हो जाएगी। मैं इन विशेषज्ञों की बात को नकार नहीं रहा हूं। मैं अपनी ओर से सिर्फ यह कहना चाहूंगा कि इन विशेषज्ञों को मानवीय प्रेरणा और जुनून सेकिए गए प्रयासों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। इंसान ने कई बार नामुमकिन को मुमकिन किया है। अगर विशेषज्ञों पर विश्वास करते तो दूसरे विश्व युद्ध में पूरी तरह बर्बाद हो चुके जापान का कोई भविष्य नहीं होता। हम सबने देखा कि कैसे सिर्फ तीन दशक में जापान ने अमेरिका को भी पानी पिला दिया था। वहीं इजरायल का उदाहरण हमारे सामने है। इस सबसे हमें सीखना चाहिए।
|
रतन टाटा ने क्या कहा
रतन टाटा ने अखबार की इस कटिंग को अपने ट्विटर हैंडल से शेयर करते हुए लिखा, इस तरह की बातें ना तो मैंने कही हैं और ना ही लिखी हैं। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। मेरी सभी से अपील है कि व्हाट्सऐप और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आने वाली इस तरह की पोस्ट को जांचने के बाद ही शेयर करें। अगर मुझे कुछ कहना होता है तो मैं अपने आधिकारिक चैनल के जरिए कहता हूं।
कोरोना का अर्थव्यवस्था पर बुरा असर
कोरोना वायरस के चलते देश में इस समय लॉकडाउन है। फिलहाल ये 14 अप्रैल तक है लेकिन इसका आगे बढ़ना तय माना जा रहा है। कई राज्य पहले ही इसे बढ़ाने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इससे अर्थव्यवस्था पर कापी बुरा असर हो सकता है। कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। शनिवार तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 7,447 केस सामने आए हैं। अब तक देश में इससे 239 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं अब तक 643 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। शनिवार को कोरोना वायरस की वजह से 40 लोगों की मौत हुई है।