क्या सच में पीएम मोदी के लिए कूनो नेशनल पार्क में काटे गए ढेर सारे पेड़
नई दिल्ली, 26 सितंबर। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में हाल ही में नामीबिया से 8 चीतों को लाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को इन चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा। भारत में नामीबिया से आए इन चीतों को लेकर काफी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन चीतों का जिक्र अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में भी इन चीतों का जिक्र किया था। लेकिन कूनो में चीतों को छोड़ने को लेकर एक मीडिया रिपोर्ट भी सामने आई, जिसमे दावा किया गया कि कई पेड़ों को कूनों में काटने का दावा किया गया है।
लेकिन इस रिपोर्ट के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से इस रिपोर्ट को खारिज किया गया है। पीआईबी के फैक्ट चेक ट्विटर हैंडल से इस बाबत जानकारी दी गई है। जिसमे कहा गया है कि एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बड़ी संख्या में कूनो वाइल्ड लाइफ सैंचुरी में पेड़ों को काट दिया गया ताकि प्रधानमंत्री का यहां पर दौरा हो सके और 8 चीतों को यहां छोड़ा जा सके। लेकिन सच यह है कि एक भी पेड़ नहीं काटा गया, ठहरने का इंतजाम श्योपुर जिले के सेसईपुरा एफआरएच और टूरिज्म जंगल लॉज में किया गया गया था।
गौर करने वाली बात है कि 8 चीतों को नामीबिया से भारत लाया गया था। इन चीतों को पहले ग्वालियर स्थित वायुसेना स्टेशन पर लाया गया। यहां से इन्हें श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क लाया गया और यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें जंगल में छोड़ा। पीएम मोदी ने इन चीतों की पहली तस्वीर भी अपने कैमरे में कैद की थी। इन चीतों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामकरण भीकिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इनमे से एक मादा चीते का नाम आशा रखा है, जिसकी उम्र 4 साल की है।
Fact Check
दावा
Claim is not right
नतीजा
Trees were not cut.