फैक्ट चैक: कीटाणुनाशक का इंजेक्शन शरीर में लगाने से मर जाएगा कोरोना वायरस? जानिए क्या है सच्चाई
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सलाह दी है कि इस पर अध्ययन किया जाना चाहिए कि क्या कीटाणुनाशकों को शरीर में इंजेक्ट करने से कोरोना वायरस का इलाज हो सकता है। ट्रंप ने डेटॉल, लाइजोल या फिर ब्लीच जैसे रोगानुनाशकों के माध्यम से इंसानी फेफड़ों में मौजूद कोरोना के वायरस को नष्ट करने की बात कही थी। उन्होंने यह भी प्रस्ताव दिया कि क्या मरीजों के शरीर में अल्ट्रावॉयलेट लाइट इरेडिएट करके इस जानलेवा वायरस को खत्म किया जा सकता है। उनके इस सुझाव की दुनियाभर में आलोचना हो रही है। हालांकि ट्रंप अपने इस बयान से पलट गए हैं।
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अपने बयान से पलटे ट्रंप
ट्रंप ने बाद में लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि, मैं सिर्फ मजाक में आप सभी से ये पूछ रहा था, देखने के लिए कि आगे क्या होगा? डॉ. बिर्क्स ट्रंप के सुझावों पर बेहद हैरान दिखीं जिनकी झलक सोशल मीडिया पर देखी जा सकती है। ट्रंप ने जब उनसे इस बारे में पूछा तो बिर्क्स ने कहा, इलाज के रूप में यह संभव नहीं। इस पर ट्रंप ने कहा कि मैं डिसइंफेक्टेंट को देखता हूं जो एक मिनट में वायरस मार देता है। तो क्या कोई तरीका नहीं है कि उसे किसी तरह शरीर के अंदर इंजेक्ट कर दिया जाए जहां वो सफाई कर दे यह दिलचस्प होगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विषय पर गृह सुरक्षा मंत्रालय के उपमंत्री बिल ब्रायन ने अपने विभाग के हालिया वैज्ञानिक अध्ययन की जानकारी देते हुए गुरुवार को कहा कि कोरोना वायरस धूप एवं नमी के संपर्क में आने से बहुत तेजी से खत्म होता है।
रोगाणुनाशक बनाने वाली कंपनी ने ट्रंप के बयान का खंडन किया
डेटोल और लाइजोल जैसे रोगाणुनाशक बनाने वाली कंपनी ने ट्रंप के बयान का खंडन किया है। डेटोल और लाइजोल बनाने वाली कंपनी रेकिट बेनक्सिर ने शुक्रवार देर शाम एक बयान जारी कर लोगों से कहा है कि ऐसी कोई रिसर्च सामने नहीं आई है जिसमें ये दावा किया गया हो कि उनके प्रोडक्ट कोरोना के इलाज में सहायक है। कंपनी ने लोगों से कहा- 'कृपया इन्हें न पीयें, ये सेहत के लिए काफी खतरनाक हैं, इनसे मौत भी हो सकती है। रेकिट बेनक्सिर ने कहा कि प्रेसीडेंट ट्रंप के बयान के बाद सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं, ये सभी गलत हैं।
रोगाणुनाशक के इंजेक्शन से इंसान की मौत हो जाएगी
कंपनी ने बताया कि हमारा कोई भी उत्पाद इंसानों के पीने के लिए नहीं बनाया जाता है, इसका इंजेक्शन लेना भी सेहत के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। रेकिट बेनक्सिर ने आगे अपने बयान में कहा कि हमने अपने उत्पादों के इस्तेमाल को लेकर लोगों को हेल्थ गाइडलाइंस दी हैं, ये प्रत्येक बोतल या पैकेट पर भी लिखी होती है कि यह ये शरीर के भीतर प्रवेश न हो इससे खतरा हो सकता है। अगर आपको कोरोना संक्रमण का शक है तो कृपा करके डॉक्टर्स की सलाह लें और अस्पताल जाएं।
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