Fact check: कुभ को कोरोना का 'सुपर स्प्रेडर' बताने वाली रिपोर्ट का सरकार ने किया खंडन
नई दिल्ली। बीते सोमवार को एक खबर सामने आई थी कि, केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सचिव-स्तरीय बैठक के दौरान कुंभ को कोरोना संक्रमण के मामले में "सुपर स्प्रेडर" साबित होने की आशंकाएं जाहिर की थीं। अब इस मामले पर सरकार की ओर से सफाई आई है। सरकार ने उस खबर को गलत बताया था जिसमें कुंभ मेला को सुपर स्प्रेडर इवेंट बताया गया था। इस खबर सर स्वास्थ्य मंत्रालय की भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
पीआईबी की ओर से जारी ट्वीट ने कहा गया है कि, दरअसल कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि भारत सरकार के विचार-विमर्श में यह बात सामने आई थी कि कुंभ में कोविड 19 सुपर स्प्रेडर बन सकता है। इस विमर्श में कुंभ मेला को कोरोना का सुपर स्प्रेडर बताया गया था। इस खबर की जांच जब पीआईबी फैक्ट चेक ने की तो पाया कि सोशल मीडिया पर चल रही यह खबर गलत है। इसमें कहा गया कि सरकार के स्तर पर इस तरह की कोई चर्चा या विमर्श नहीं हुआ है। सोशल मीडिया पर जो खबरें चल रही वो पूरी तरह से गलत और भ्रामक हैं।
इससे पहले कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण से सवाल किया गया कि क्या कुंभ के सुपर स्प्रेडर बनने की कोई आशंका है, इस पर उन्होंने जवाब दिया ''कुंभ के आयोजन की अवधि पहले ही घटा दी गई है।आमतौर पर कुंभ साढ़े तीन-चार महीने तक चलता है जिसे इस बार घटाकर एक महीना कर दिया गया है। जहां तक सुपर स्प्रेडर इवेंट्स का सवाल है तो केंद्र की तरफ से विशेष रूप से कुंभ के लिए SOP जारी की गई है।
उत्तराखंड सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं जिनके मुताबिक कुंभ में आने से पहले यात्रियों को 72 घंटे पहले का आरटी-पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है। इसके अलावा मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करने के आदेश भी दिए गए हैं। इस साल कुंभ मेले के दौरान 12, 14 और 27 अप्रैल को तीन शाही स्नान होने हैं। उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मंगलवार को कहा कि महामारी के बावजूद इस साल का महाकुंभ दिव्य और भव्य ही रहेगा।
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Fact Check
दावा
भारत सरकार के विचार-विमर्श में यह बात सामने आई थी कि कुंभ में कोविड 19 सुपर स्प्रेडर बन सकता है।
नतीजा
सोशल मीडिया पर जो खबरें चल रही वो पूरी तरह से गलत और भ्रामक हैं।