Fact check: क्या मोदी के शासन काल में भारत में कई गुना बढ़ा चीनी निवेश? जानें सच
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख (ladakh) में भारतीय सेना (indian army) और चीनी सेना(Chinese Army) के बीच हुई झड़प के चलते दोनों देशों के बीच गतिरोध बना हुआ है। ऐसे में सोशल मीडिया(social media) पर चीन (china) को लेकर कई तरह की भ्रामक खबरें चल रही हैं। सोशल मीडिया में एक दावा किया जा रहा है 2017 में 2.8 बिलियन डॉलर के मुकाबले 2019 में भारत चीनी एफडीआई(FDI) बढ़कर 4.14 बिलियन डॉलर हो गया है।
सोशल मीडिया पर चल रही खबर में 'यूपीए काल' और 'मोदी काल' (पीएम मोदी के शासनकाल में) का जिक्र है। खबर में चीनी एफडीआई को लेकर दोनों सरकारों की तुलना की गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर में दावा किया गया है कि भारत में चीन का एफडीआई पहले की तुलना में बढ़ गया है। वायरल खबर के मुताबिक, 2011 में यूपीए शासन में 0.3 बिलियन डॉलर का चीनी निवेश भारत में आया. 2012 में यह राशि 0.31 बिलियन डॉलर और 2013 में 2.7 बिलियन डॉलर हो गई।
जबकि पीएम मोदी के शासनकाल में 2017 में चीनी एफडीआई 2.8 बिलियन डॉलर, 2018 में 3.94 बिलियन डॉलर और 2019 में 4.14 बिलियन डॉलर हो गया। इस मैसेज पर प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने फैक्ट चेक विंग ने बयान जारी किया है। पीआईबी ने अपने फैक्ट चेक में एफडीआई को लेकर वायरल हो रहे डेटा को फर्जी बताया है। पीआईबी ने इस खबर का खंडन करते हुए बताया कि, चीन से भारत में आने वाला एफडीआई पहले से घट गया है।
पीआईबी के मुताबिक, साल 2017 में चीन का एफडीआई 0.350 बिलियन डॉलर था जो 2019 में घटकर 0.163 बिलियन डॉलर हो गया। इस तरह चीन का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पिछले दो साल में बहुत गिर गया है। पीआईबी ने फैक्ट चेक में कहा है कि यह आंकड़ा पूरी तरह फर्जी और गलत है।
केंद्र ने पीआईबी के माध्यम से कहा, आरबीआई ने बैंकों के लिए यह निर्देश जारी नहीं किया है। अगर आपको भी कोई ऐसा मैसेज मिलता है तो फिर उसको पीआईबी के पास फैक्ट चेक के लिए https://factcheck.pib.gov.in/ अथवा व्हाट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः [email protected] पर भेज सकते हैं। यह जानकारी पीआईबी की वेबसाइट https://pib.gov.in पर भी उपलब्ध है।
Fact Check : क्या सरकार ने फिर बढ़ाई है FASTag की डेड लाइन, जानें सच
Fact Check
दावा
भारत में चीन का एफडीआई पहले की तुलना में बढ़ गया है।
नतीजा
चीन से भारत में आने वाला एफडीआई पहले से घट गया है। खबर फर्जी है।