नौकरी से रिटायरमेंट अब नहीं रहा फुल स्टॉप
सरकार ने यह मससूस किया है कि रिटायरमैंट के बाद खाली बैठ कर लोग बेहद भावुक और चिड़चिड़े हो जाते हैं। इसलिए सरकार इन अनुभवी व्यक्तियों को समाज में उनका उचित स्थान दिलाने के लिए एक योजना बना रही है। सरकार ने सीनियर सिटीजन से समाज में अपना योगदान देने के लिए निवेदन किया है। इसके लिए एक संस्था बनाई जायगी जिसमे वो अपनी पसंद के काम का चुनाव कर सकेंगे। जैसे अगर कोई वृद्ध बच्चों को पढ़ाना चाहता है तो वह बच्चो को पढा सकता है। इसके अलावा जिस भी काम में उनकी रुचि हो वे वह काम कर सकते हैं।
हिसार के कृषि विश्वविद्यालय में हुए एक क्रार्यक्रम के दौरान उपायुक्त श्री युद्गबीर सिह ख्यालिया ने मीटिंग मे आए सभी सीनियर सिटीजन से कहा कि उनकी सेवाओं और अनुभवो की देश और समाज को जरुरत है। इसके अलावा मीटिंग में सीनियर सिटिजन की घरेलू समस्याओं पर भी चर्चा की गयी। अपनी परेशानियों और अकेलेपन को दूर करने की सरकार की इस पहल पर सभी वृद्ध काफी खुश दिखे। सीनियर सिटीजन ने क्रार्यक्रम बहुत पसंद किया और उनकी आंखों में कुछ करने के सपने भी दिखे।
बेशक सरकार की तरफ से यह एक बहुत अच्छी पहल है। इस स्कीम के लागू होने से यकीनन इसके नतीजे काफी अच्छे मिल सकते हैं। सीनियर सिटीजन इस योजना के जरिए अपना खोया आत्मविश्वास दोबारा पा सकते हैं। साथ ही युवाओं को उनका अमूल्य अनुभव भी मिलेगा जिसकी देश को बेहद जरुरत है। इसलिए नौकरी से रिटायरमेंट अब लाइफ का फुल स्टॉप नहीं रहा।