IIT मद्रास इस कोर्स में दे रहा फ्री में दाखिला, अनुभवी शिक्षकों का मिलेगा साथ, ऐसे करें अप्लाई
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास 'आउट ऑफ द बॉक्स थिंकिंग' कोर्स लॉन्च करने जा रहा है। यह पाठ्यक्रम मैथ पर आधारित होगा। छात्र घर बैठे इस पाठ्यक्रम में निशुल्क दाखिला ले सकेगें। साथ ही पाठ्यक्रम की कोचिंग के लिए भी आईआईटी मद्रास कोई शुल्क नहीं ले रहा। 'आउट ऑफ द बॉक्स थिंकिंग' कोर्स के लिए अप्लाई करने वाले अभ्यर्थियों को । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के अनुभवी शिक्षक वर्चुअली पढ़ाएंगे।
8 कंपनियों के माध्यम से ऑनलाइन मोड में शुरू होगा कोर्स
'आउट ऑफ द बॉक्स थिंकिंग' के पाठ्यक्रमों को IIT मद्रास प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज फाउंडेशन, IIT मद्रास की सेक्टर 8 कंपनी के माध्यम से ऑनलाइन मोड में निशुल्क पेश करेगी। इसमें प्रवेश परीभत्रा के लिए छात्रों को मामूली शुल्क अदा करना होगा।
10 लाख छात्रों को प्रवेश देने का लक्ष्य
इस पाठ्यक्रम के माध्यम से कामकाजी पेशेवरों और शोधकर्ताओं के अलावा दस लाख स्कूल और कॉलेज के छात्रों को प्रवेश देने का लक्ष्य है। पाठ्यक्रम चार स्तर पर उपलब्ध होंगे। यह कोर्स स्वतंत्र स्तर, छात्र, पेशेवरों और शोधकर्ताओं के लिए आसानी से उपलब्ध होंगे।
चुनिंदा शहरों में बनाया जाएगा इंट्रेंस एक्जाम सेंटर
IIT मद्रास की ओर से ऑनलाइन मोड में पेश किया जाने वाला यह पाठ्यक्रम समस्या-समाधान शिक्षण पर केंद्रित होगा। भारत के साथ-साथ विदेशों में रहने वाले छात्रों के लिए भी यह खुला है। संस्थान पाठ्यक्रम के लिए अंतिम परीक्षा के लिए भारत के चुनिंदा शहरों में केंद्र बनाएगी। इसमें प्रवेश परीक्षा के लिए छात्रों को मामूली शुल्क अदा करना होगा।
ये है रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख
आईआईटी मद्रास के 'आउट ऑफ द बॉक्स थिंकिंग' कोर्स के लिए पंजीकरण 24 जून, 2022 को बंद हो जाएगा। पाठ्यक्रम का पहला बैच 1 जुलाई 2022 को शुरू होने वाला है। इच्छुक लोग ऑनलाइन माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। आवेदन के उन्हें वेबसाइट लिंक- https://www.pravartak.org .in/out-of-box-thinking.html
IIT मद्रास के अनुभवी शिक्षक पाठ्यक्रम को करेंगे हैंडल
आईआईटी के इस पाठ्यक्रम जिम्मेदारी अनुभवी शिक्षकों को दी गई है। पाठ्यक्रम को सदगोपन राजेश, गणित शिक्षक और आर्यभट्ट गणितीय विज्ञान संस्थान के संस्थापक-निदेशक द्वारा पढ़ाया जाएगा। ये पिछले 30 वर्षों से स्कूल और कॉलेज दोनों के विभिन्न छात्रों के बीच गणित पढ़ा रहे हैं। IIT मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटी ने कहा कि यह भारत में अपनी तरह का पहला पाठ्यक्रम है। आने वाले दिनों में यह एक बड़ा प्रभाव डालेगा। पाठ्यक्रम नि:शुल्क दिया जा रहा है। यह पाठ्यक्रम स्कूल और कॉलेज के छात्रों, विशेषकर ग्रामीण भारत में रहने वाले छात्रों को बहुत लाभान्वित करेगा।
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