क्विक अलर्ट के लिए
अभी सब्सक्राइव करें  
क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

Kundali : अपनी कुंडली में स्वयं देखिए धनवान बनने के योग

By Pt. Gajendra Sharma
Google Oneindia News

नई दिल्ली, 26 नवंबर। धनवान बनना हर कोई चाहता है, लेकिन कठिन परिश्रम के बाद भी अनेक लोग सामान्य जीवन जीने इतना पैसा भी नहीं कमा पाते हैं। ज्योतिष की दृष्टि से देखें तो जातक की जन्मकुंडली में धनवान बनने या न बनने के योग होते हैं। ग्रहों की दशा, स्थिति, उन पर शुभ और पाप ग्रहों की दृष्टि के अनुसार धनवान बनने के अनेक प्रकार से योग बनते हैं। जो जो ग्रह नवमेश और पंचमेश से युक्त या दृष्ट हो वे सुखप्रद होते हैं एवं अष्टमेश, षष्ठेश, व्ययेश और मारकेश से युक्त हो वे शोक प्रदान करते हैं।

Kundali : अपनी कुंडली में स्वयं देखिए धनवान बनने के योग

आइए जानते हैं कुछ विशेष विशेष योगों के बारे में

  • 1. लग्न से भाग्य स्थान में गुरु की राशि धनु या मीन हो और यदि उसमें शुभ ग्रह हो, उसमें गुरु-शुक्र की युति हो अथवा पंचमेश युक्त हो तो जातक बहुत द्रव्य का स्वामी होता है।
  • 2. पंचम स्थान में बुध की राशि कन्या या मिथुन हो और उसमें शुभ ग्रह हो, लाभ स्थान में चंद्र के साथ मंगल हो तो जातक बहुत धनवान होता है।
  • 3. पंचम स्थान में शुक्र की राशि वृषभ या तुला हो और उसमें शुक्र व बुध हो तथा एकादश स्थान में शनि हो तो जातक के पास अटूट संपत्ति होती है।
  • 4. पांचवें भाव में सिंह राशि में सूर्य हो तथा गुरु लाभ भाव में हो तो जातक बहुत द्रव्य का स्वामी होता है।
  • 5. पांवचें भाव में शनि की राशि कुंभ या मकर हो, उसमें लाभेशयुक्त शनि भी हो तो जातक अधिक धन-संपत्ति का स्वामी होता है।
  • 6. कुंडली के पंचम स्थान में गुरु की राशि धनु या मीन हो, उसमें गुरु स्थित हो और लाभ भाव में चंद्र के साथ बुध युति करे तो जातक बहुत धन का स्वामी होता है।

Palmistry: संतान से जुड़े सबसे बड़े प्रश्न का यहां मिलेगा उत्तरPalmistry: संतान से जुड़े सबसे बड़े प्रश्न का यहां मिलेगा उत्तर

  • 7. पंचम स्थान में कर्क राशि में चंद्र हो, लाभ भाव में मंगल हो तो जातक के पास धन संपत्ति की कोई कमी नहीं होती है।
  • 8. सिंह लग्न हो उसमें सूर्य हो और वह मंगल व गुरु से दृष्ट हो तो वह जातक कभी न समाप्त होने वाली संपत्ति का स्वामी होता है।
  • 9. लग्न में कर्क राशि हो, उसमें स्थित चंद्र, गुरु और मंगल से युत या दृष्ट हो तो जातक धन और यश अर्जित करता है।
  • 10. वृश्चिक या मेष लग्न हो, उसमें मंगल के साथ गुरु-चंद्र हो या इनकी दृष्टि हो तो जातक धनवान और सम्मानित प्रतिष्ठत होता है।
  • 11. लग्न मिथुन या कन्या हो उसमें बुध स्थित हो तथा वह गुरु-चंद्र से युत या दृष्ट हो तो वह जातक धन के मामले में भाग्यशाली होता है।

Comments
English summary
In Kundali, The second house in the birth chart is known as Dhana Bhava. This indicates money or wealth in a person’s life.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X