वास्तुदोष के कारण भी आती है विवाह में रूकावट, जानिए ये कारण तो नहीं
नई दिल्ली। माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता उनके बेटे-बेटियों का समय पर विवाह करने की होती है। कई युवक-युवतियों की उम्र बीतती जाती है लेकिन उन्हें योग्य जीवनसाथी नहीं मिल पाता या यूं कहें कि उनके विवाह में किसी न किसी प्रकार की रूकावट आती है। खासकर युवतियों के विवाह में विलंब होने के कारण पूरा परिवार तनाव में आ जाता है। विवाह नहीं होने या विवाह में रूकावट आने के ज्योतिष में तो कई कारण और उनके समाधान बताए गए हैं, वास्तु में भी विवाह में बाधा के कई कारण बताए गए हैं। विवाह योग्य युवक या युवती घर में जिस रूम में सोते हैं वहां से लेकर घर के अन्य जगह पर वास्तुदोष होने से भी विवाह में विलंब होता है।
आइए जानते हैं वे कौन-कौन से वास्तुदोष हैं जो विवाह में सबसे बड़ी बाधा बनते हैं....
ये भूलकर भी न करें
- सबसे पहली बात, घर का दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य) कोना विवाह में बाधा का सबसे बड़ा कारण बनता है। इस कोने में युवक-युवतियों का बेडरूम भूलकर भी नहीं बनाना चाहिए।
- कुछ वास्तु शास्त्रियों का मत है कि उत्तर-पूर्वी दिशा में बने बेडरूम में भी उन लड़कियों को नहीं सोना चाहिए जिनके पीरियड्स शुरू हो चुके हों।
- पानी के प्रवाह की दिशा या घर का ढलान दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर बिलकुल भी न रखें। यदि ऐसे घर में युवक-युवती रह रहे हैं तो उनके विवाह में निश्चित रूप से विलंब होता है।
- लड़कियों के बेडरूम का दरवाजा दक्षिण-पश्चिम दिशा में खुलने वाला नहीं होना चाहिए।
- घर के मध्य भाग में सीढ़ियां या कोई भी भारी सामान नहीं रखना चाहिए, इससे विवाह में बाधा आती है।
- घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर कम से कम 10 फीट दूर तक कोई भी कंटीला पौधा, वृक्ष आदि नहीं होना चाहिए।
- शीघ्र विवाह के लिए जरूरी है कि युवक-युवतियों खासकर लड़कियों का कमरा सीधे पश्चिमी दिशा में हो। इससे विवाह कार्यों में बाधाएं नहीं आती।
- परिवार में अविवाहित युवक-युवतियां हैं तो घर की दीवारों में हल्के खुशनुमा रंग करना चाहिए, यहां तक की सीलिंग में भी सूदिंग कलर्स का इस्तेमाल करना चाहिए।
- यदि युवक का विवाह नहीं हो पा रहा है, बाधा आती है तो उसे दक्षिण-पूर्व दिशा में सोना चाहिए।
- शीघ्र विवाह के लिए युवक-युवतियों के कमरे में श्रीकृष्ण की तस्वीर या बांसुरी अवश्य लगाना चाहिए।
- अविवाहित युवतियों के बेडशीट का रंग हल्का हो जैसे पिंक, बेबी पिंक, वॉयोलेट हो।
पानी के प्रवाह की दिशा
घर के मध्य भाग में सीढ़ियां
ये उपाय किए जा सकते हैं
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