महाशिवरात्रि पर ये प्रयोग बदल देंगे आपका जीवन
नई दिल्ली। महाशिवरात्रि वर्ष का एक ऐसा दिन होता है, जब भगवान शिव अपने भक्तों पर पूरी कृपा लुटाने का आतुर रहते हैं। इसलिए जो व्यक्ति धन, संपदा, सुख समृद्धि, निरोगी शरीर पाना चाहते हैं वे इस दिन कुछ खास उपाय कर सकते हैं। आइए जानते हैं शिवरात्रि के दिन क्या-क्या प्रयोग किए जाते हैं।
गन्ने से लक्ष्मी की प्राप्ति
भगवान शिव को गन्ना अति प्रिय है। गन्ने में महालक्ष्मी का वास माना गया है। लक्ष्मी पूजा में भी गन्ना इस्तेमाल किया जाता है। शिवरात्रि पर गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक किया जाए तो धन संपदा की कोई कमी नहीं रहती है। इससे शिव भी प्रसन्न होते हैं और लक्ष्मी भी। स्थायी लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से शिव महिम्नस्तोत्र की 11 या 21 आवृत्ति के साथ अभिषेक करना चाहिए। इस प्रयोग से व्यापार में वृद्धि होती है। अटका हुआ धन प्राप्त हो जाता है।
अच्छे जॉब और प्रमोशन के लिए
अच्छा जॉब मिलना आजकल काफी मुश्किल हो गया है। यदि आप नौकरी में तरक्की पाना चाहते हैं। कोई बड़ा पद हासिल करना चाहते हैं। वर्तमान जॉब में प्रमोशन नहीं मिल पा रहा हैं तो केसर के दूध से शिवजी का अभिषेक करें। इससे सूर्य ठीक होता है और मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा प्राप्त होता है।
शीघ्र विवाह के लिए
यदि आपके विवाह में बाधा आ रही है। रिश्ते की बात फाइनल नहीं हो पा रही है तो शिवरात्रि का उपवास रखें और भगवान शिव का अभिषेक हल्दी मिश्रित दूध से करें। साथ ही मां पार्वती का पूजन करें और कन्याएं उनकी मांग में सिंदूर भरें। शीघ्र विवाह का रास्ता खुलेगा।
दुर्घटनाओं से सुरक्षा के लिए
यदि आप बार-बार दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं, तो आपको शिवरात्रि पर यह प्रयोग तो अवश्य ही करना चाहिए। अपने नाम से किसी पंडित से महामृत्युंजय या मृत संजीवनी अनुष्ठान संपन्न करवाएं। इसमें शिवलिंग पर महामृत्युंजय मंत्र की संख्या का दशांत बिल्वपत्र और धतूरे अर्पित किए जाते हैं। यदि 11 हजार मंत्रों का जाप करवाया जा रहा है तो 1100 बिल्वपत्र और 1100 धतूरे अर्पित किए जाते हैं।
शत्रु नाश के लिए
शत्रु परेशान कर रहे हों। आर्थिक और शारीरिक हानि पहुंचाने का प्रयास कर रहे हों तो शत्रु का नाम लेते हुए शिवलिंग पर काले तिल और उड़द अर्पित करें। शिवरात्रि से प्रारंभ करते हुए 21 दिनों तक शिवलिंग पर प्रतिदिन जल अर्पित करें। शाम के समय शिवमंदिर में दीपक जलाएं। इससे शत्रु आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। शत्रुओं का नाश होगा।
बीमारियों से मुक्ति के लिए
यदि आपके परिवार में किसी न किसी सदस्य को बीमारी आती रहती है तो महाशिवरात्रि के दिन काले पत्थर के शिवलिंग का दूध और घी से अभिषेक करें। इसके पश्चात शिवलिंग पर सवा पाव अक्षत अर्पित करें और महामृत्युंजय मंत्र के 11 माला जाप करें। उसके पश्चात शिवलिंग पर से थोड़ा सा अक्षत लेकर उसे सफेद कपड़े में बांधकर रोगी के सिरहाने रखें। तीन दिन में रोगी ठीक हो जाएगा। उसके ठीक होते ही सिरहाने रखी अक्षत की पोटली किसी नदी या तालाब में विसर्जित कर दें।
कालसर्प दोष की शांति के लिए
कालसर्प दोष की शांति के लिए महाशिवरात्रि पर काले पत्थर के ऐसे शिवलिंग पर अष्टधातु का नाग लगवाएं जिस पर पहले से नाग नहीं लगा हुआ हो। नाग लगवाने के बाद उस शिवलिंग पर अभिषेक करवाएं।