जानिए घर में क्या-क्या करने से बढ़ता है वास्तु दोष
नई दिल्ली। जैसे आप अपने मन को स्वस्थ रखने के लिए अच्छी किताबें पढ़ते है, ध्यान करते है, प्राणायाम करते है, सकारात्मक सोच रखते है। शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए साफ़-सफ़ाई करते है व पौष्टिक भोजन लेते है। ठीक उसी प्रकार से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो, इसके लिए घर की साफ़-सफ़ाई करना आवश्यक है। जब घर में सकारात्मक उर्जा का वास होगा तभी आपको अपने मकान में सुख व सुकून की अनुभूति होगी। अच्छे विचारों एंव साफ-सफाई से भवन में सकारात्मक उर्जा का संचरण होता है और अशुद्ध विचारों तथा गंदगी, कूड़ा-कबाड़ को घर में एकत्रित करने से मकान में नकारात्मक उर्जा बनी रहती है।
छत पर कबाड़ हो तो होता है मानसिक तनाव
-घर
की
छत
पर
कबाड़
रखने
से
घर
में
मानिसक
तनाव
की
स्थितियां
बनी
रहती
है
और
सिर
दर्द
की
समस्या
भी
बनी
रहती
है।
क्योंकि
छत
सिर
के
उपर
होती
है
और
उस
पर
कबाड़
या
भारी
सामान
रखा
होगा
तो
सिर
पर
दबाव
पड़ेगा
जिससे
आप
मानसिक
तनाव
में
रहेंगे।
यदि
कबाड़
या
भारी
सामान
रखना
ज्यादा
जरूरी
हो
तो
उसे
छत
के
दक्षिण-पश्चिम
कोने
में
रखना
चाहिए।
-घर
के
चारों
तरफ
या
छत
के
उपर
गमलों
में
ऐसे
पेड़-पौधे
लगाने
चाहिए
जिससे
की
छत
पर
छाया
बनी
रही।
ध्यान
रखें
पेड़-पौधे
फलदार
या
कॉटे
नहीं
होने
चाहिए।
-घर
में
कबाड़
या
अन्य
गैर
जरूरी
समान
के
लिए
दक्षिण-पश्चिम
कोने
में
स्टोर
रूम
बनवाना
चाहिए।
कोशिश
करके
गैर
जरूरी
समान
उसी
स्टोर
में
रखें।
तुरंत ठीक कराएं घर का टूटता प्लास्टर
-यदि
आपके
घर
का
प्लास्टर
टूट
रहा
है
तो
उसे
तुरन्त
ठीक
करायें
क्योंकि
इससे
घर
में
नकारात्मक
उर्जा
का
वास
होता
है।
-जूठे
बर्तनों
को
ज्यादा
देर
तक
न
रखें।
कोशिश
करें
कि
उन्हें
जल्द
से
जल्द
साफ
करके
रखें।
क्योंकि
जूठे
बर्तनों
में
बैक्टीरिया
अपना
घर
बना
लेते
है
तथा
इससे
वास्तु
दोष
में
भी
वृद्धि
होती
है।
-सूर्यास्त
के
समय
घर
में
झाड़ू
कदापि
न
लगायें
क्योंकि
इससे
घर
की
लक्ष्मी
रूष्ठ
हो
जाती
है।
-घर
कितना
भी
पुराना
हो
किन्तु
समय-समय
पर
उसका
रंग-रोगन
व
मरम्मत
कराते
रहना
चाहिए।
ऐसा
करने
से
घर
की
सकारात्मक
उर्जा
जिन्दा
रहती
है।
-जूता-चप्पलों
में
गंदगी
सबसे
ज्यादा
होती
है।
वैसे
तो
घर
में
प्रवेश
करते
समय
जूता-चप्पल
निकालकर
हाथ-पैर
धोकर
ही
बेडरूम
में
घुसना
चाहिए।
कोशिश
करें
कि
जूता-चप्पल
घर
के
बाहर
या
किसी
बन्द
अलमारी
में
रखें
जिससे
कि
उसकी
निगेटिव
एनर्जी
पूरे
घर
में
न
फैल
सके।
बन्द रखें शौचालय का दरवाजा
-घर
के
शौचालय
का
दरवाजा
हमेशा
बन्द
रखें।
चूॅकि
शौचालय
से
निकलने
वाली
निगेटिव
एनर्जी
पूरे
घर
में
अपना
असर
न
डाल
सके।
-कम
से
कम
सप्ताह
में
एक
बार
समुद्री
नमक
डालकर
पूरे
घर
में
पोंछा
अवश्य
लगायें।
-
मकान
में
यदि
किसी
दरवाजे
या
खिड़की
को
खोलते
समय
चॅू-चॅू
या
अन्य
किसी
भी
प्रकार
की
आवाज
आती
है
तो
उसे
तत्काल
ठीक
करायें।
क्योंकि
ऐसा
लगातार
होने
से
आने
वाले
दिनों
में
कोई
आर्थिक
हानि
या
दुर्घटना
घटने
की
आशंका
रहती
है।