तनाव मुक्ति के लिए चंद्र को करें प्रसन्न, ऐसे करें उपाय
नई दिल्ली। तनाव आजकल की सबसे बड़ी समस्या बनता जा रहा है। हर व्यक्ति किसी न किसी प्रकार के तनाव में जी रहा है। किसी को अच्छा जॉब नहीं मिलने का तनाव है, तो किसी को व्यापार-व्यवसाय ठीक से नहीं चलने का तनाव है। कोई घर-परिवार के झगड़ों से तनाव में है तो कोई बाहरी जीवन में किसी बात को लेकर तनाव है। हाल ही में एक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी द्वारा किए गए सर्वे में भी यह बात सामने आई है कि दुनिया में सबसे ज्यादा तनाव आजकल का युवा ले रहा है। पढ़ाई और कॅरियर के तनाव के कारण कई लोग आत्महत्या जैसा कदम भी उठा रहे हैं। जीवन में छोटी-मोटी समस्याएं तो लगी रहती हैं, लेकिन उनसे निकलने के उपाय भी इंसान को खुद ही तलाशना होंगे। निराश होने की बजाय पॉजिटिव एनर्जी से आगे बढ़ेंगे तो तनाव को हरा पाएंगे।
तनाव के संबंध में ज्योतिष क्या कहता है?
यह तो हुई सामान्य बात। तनाव के संबंध में ज्योतिष क्या कहता है? आखिर व्यक्ति तनावपूर्ण जीवन क्यों जीने लगता है? किन लोगों को तनाव होता है? क्या इसके लिए ग्रह-नक्षत्र जिम्मेदार हैं? ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा मन और मस्तिष्क का अधिपति ग्रह है। चंद्र की स्थिति के कारण ही व्यक्ति के मन-मस्तिष्क में विभिन्न् तरह के विचारों का आदान-प्रदान होता है। व्यक्ति के तनाव लेने न लेने की स्थिति चंद्रमा पर निर्भर करती है।
इन स्थितियों में व्यक्ति तनावग्रस्त होता है
- जन्मकुंडली में चंद्र के साथ शनि, राहु, मंगल या सूर्य हो।
- जन्मकुंडली में चंद्र अकेला हो। उसके साथ कोई अन्य ग्रह न हो।
- यदि सूर्य के साथ बैठकर चंद्रमा दूषित हो गया हो।
- जन्मकुंडली में चंद्र शत्रु घर में बैठा हो या चंद्र बुरे प्रभाव दे रहा हो।
- चंद्र पर राहु, केतु और शनि की दृष्टि हो।
- यदि लग्न स्थान के साथ चंद्र भी बुरे ग्रहों के प्रभाव में हो।
- जन्मकुंडली का चौथा भाव कमजोर हो और इसमें चंद्र के शत्रु ग्रह मौजूद हों।
- चंद्र के साथ दो या दो से अधिक पापी ग्रहों की युति हो।
- चंद्र छठे, आठवें या बारहवें भाव में शत्रु राशियों में हों।
- उपरोक्त स्थितियां जिस व्यक्ति की कुंडली में होती है, वह जीवन में अक्सर तनावग्रस्त रहता है।
- किसी न किसी बात का तनाव तो प्रत्येक व्यक्ति को कभी न कभी होता है, लेकिन उनसे बचने के उपाय भी ज्योतिष में बताए गए हैं।
- तनावमुक्ति के लिए चंद्र को ठीक करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए प्रतिदिन चांदी के गिलास से पानी पीना प्रारंभ करें। जल और चांदी दोनों पर चंद्र का अधिकार होता है। इसलिए चांदी के गिलास से पानी पीने से चंद्र को मजबूती मिलती है और व्यक्ति तनाव मुक्त रहता है।
- चंद्र के बुरे प्रभाव कम करने के लिए ज्योतिष में चंद्र का प्रतिनिधि रत्न मोती धारण करने की सलाह दी जाती है। लेकिन पहनने से पहले किसी अच्छे ज्योतिषी को अपनी कुंडली जरूर दिखा लें।
- भगवान शिव ने अपने मस्तक पर चंद्र धारण किया हुआ है। इसलिए भगवान शिव को प्रतिदिन जल अर्पित करने से चंद्र के बुरे प्रभाव दूर होते हैं।
- सोमवार का व्रत रखा जा सकता है।
- यदि आप अत्यधिक तनाव में रहते हैं तो चांदी का कोई न कोई आभूषण जरूर धारण करके रखें।
- भगवान शिव के मंत्र ऊं नम: शिवाय का मन ही मन में जाप करने से तनाव मुक्ति मिलती है।
जन्मकुंडली का चौथा भाव कमजोर हो तो
तनाव दूर करने के ये हैं उपाय
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