Surya Grahan 2018: हो रहा है बिजनेस में घाटा तो सूर्यग्रहण में करें ये खास काम
नई दिल्ली। साल 2018 का पहला सूर्य ग्रहण 15-16 फरवरी को पड़ने वाला है। जिस वक्त ग्रहण लगेगा उस वक्त भारत में रात होगी और इस वजह से यह भारत में कहीं पर दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप भाग, दक्षिण-पश्चिम, अण्टर्कटिका तथा दक्षिणी ध्रुव के समीपवर्ती दक्षिणी प्रशान्त महासागर में दिखाई देगा। भारतीय समयानुसार ग्रहण का प्रारम्भ रात्रि 12 बजकर 25 मिनट पर होगा और इसका अंत मध्य रात्रि 02 बजकर 05 मिनट पर होगा।
बिजनेस में हो रहा है घाटा तो अपनाए ये टिप्स
हालांकि इस ग्रहण का सूतक भारत में नहीं लगेगा लेकिन ग्रहण काल का असर हमारी राशियों पर होगा इसलिए इस दौरान अगर लोग दान-पुण्य करें तो उनको आर्थिक लाभ भी होगा। यही नहीं जो लोग लंबे वक्त से अपने बिजनेस में घाटा सह रहे हैं, वो इस ग्रहण में कुछ उपाय करके अपने बिजनेस को बचा सकते हैं।
काले तिल का दान करें
आर्थिक तंगी से बचने के लिए लोग ग्रहण काल के दौरान काले तिल का दान करें और अपनी तिजोरी या पैसे रखने वाले स्थान पर दक्षिणावर्त शंख को जरूर रखें, ये उन्हें घाटे से जरूर बचाएगा।
क्या करना चाहिए?
ग्रहण के समय धार्मिक मनुष्य ईश्वर आराधना, मंत्र जाप, संकीर्तन करें। ग्रहण के दौरान खाद्यान्न दूषित हो जाते हैं। इसलिए पर्व काल के दौरान भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। ग्रहण प्रारंभ होने के पूर्व खाने-पीने की वस्तुएं। पके भोजन, दूध, दही, घी, मक्खन, अचार, पीने के पानी, तेल आदि में कुशा या तुलसी पत्र डाल देना चाहिए। इससे ये दूषित नहीं होते।
सूर्य ग्रहण
भौतिक विज्ञान की दृष्टि से जब सूर्य व पृथ्वी के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तो चन्द्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है, उसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है और चांद पृथ्वी की। कभी-कभी चाँद, सूरज और धरती के बीच आ जाता है। फिर वह सूरज की कुछ या सारी रोशनी रोक लेता है जिससे धरती पर साया फैल जाता है। इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। यह घटना अमावस्या को ही होती है।
Read Also: Surya Grahan or Solar Eclipse 2018: सूर्य ग्रहण 15 को, जानिए क्या होगा असर?