Surya grahan 2018: सूर्य ग्रहण आज, जानिए भारत पर क्या होगा प्रभाव
नई दिल्ली। साल का तीसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण आज है। यह सूर्य ग्रहण श्रावण अमावस्या के दिन है। आज शनिवार होने के कारण शनैश्चरी अमावस्या भी है और हरियाली अमावस्या भी । आज से ही त्रिवेणी में नवग्रह यात्रा भी प्रारंभ होगी। इसलिए तमाम तरह की मंत्र सिद्धि और दान-धर्म के लिए आज के दिन का बड़ा महत्व है। यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन जिस तरह से ग्रह संयोग बन रहे हैं उस कारण इसका असर गुप्त रूप से प्रकृति पर होने वाला है।
सूर्य ग्रहण का समय
यह सूर्य ग्रहण अश्लेषा नक्षत्र और कर्क राशि में भारतीय समयानुसार दोपहर 1 बजकर 25 मिनट से शुरू होगा। ग्रहण का मध्यकाल दोपहर 3 बजकर 16 मिनट पर होगा और मोक्ष यानी समापन शाम 5 बजे होगा। ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटा 35 मिनट रहेगी।
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ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा
यह ग्रहण नॉर्थ अमेरिका, नॉर्थ यूरोप, पूर्वी एशिया, साउथ कोरिया, मास्को, चीन आदि देशों में दिखाई देगा। भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, इटली, मलेशिया, जापान, थाईलैंड में दिखाई नहीं देगा।
ग्रहण में ये जरूर करें
ग्रहण भारत में भले ही दिखाई नहीं दे लेकिन आकाशमंडल में मौजूद अन्य ग्रह इस ग्रहण से अवश्य प्रभावित होंगे और ग्रहों का असर समान रूप से प्रकृति, पर्यावरण और मनुष्यों पर होता है। इसलिए ग्रहणकाल के दौरान सभी राशि वाले जातक अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार दान धर्म अवश्य करें। इस दिन शनैश्चरी अमावस्या होने के कारण पवित्र नदियों में स्नान करके गरीबों को भोजन करवाएं, वस्त्र दान करें। नवग्रहों की शांति के लिए नौ तरह के अनाज किसी शिव मंदिर में दान करें। महामृत्युंजय मंत्र की एक माला से शिव का अभिषेक करें। इस दिन पाप कर्म करने से बचें। गर्भवती स्त्रियों के लिए वैसे तो इस ग्रहण में कोई दोष नहीं है लेकिन फिर भी पूरे दिन उस जल का सेवन करें जिसमें तुलसी के पत्ते डले हुए हों। इससे गर्भस्थ शिशु स्वस्थ रहेगा।
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