सूर्य का राशि तुला में प्रवेश 17 अक्टूबर से, जानिए क्या होगा असर
नई दिल्ली। नवग्रहों के राजा और पंचदेवों में से एक सूर्य की तुला संक्रांति 17 अक्टूबर 2020 शनिवार से प्रारंभ हो रही है। सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में जाने को ही सूर्य संक्राति कहा जाता है। 17 अक्टूबर को प्रात: 7.05 बजे सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेगा और 16 नवंबर तक इसी राशि में रहेगा। तुला राशि में सूर्य नीच का होता है। वैसे तो एक सौर वर्ष में सूर्य की 12 संक्रांति आती है लेकिन इनमें से मेष, कर्क, तुला और मकर संक्रांति प्रमुख होती है। सूर्य की मकर संक्रांति से उत्तरायण और कर्क संक्रांति से दक्षिणायन प्रारंभ होता है। इसी के बीच तुला संक्रांति आती है।
जन्मकुंडली में सूर्य सिंह राशि का स्वामी, आत्म का कारक ग्रह है। सूर्य लग्न में मजबूत होता है और पंचम भाव का कारक होता है। यह पूर्व दिशा का स्वामी। अग्नि तत्व और लाल रंग का प्रतिनिधित्व करता है। उच्च सरकारी सेवा, मान सम्मान का कारक ग्रह है। जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य मजबूत होता है उसमें नेतृत्व करने की अद्भुत क्षमता होती है। मैनेजमेंट के क्षेत्रों में ऐसा व्यक्ति दक्षता हासिल करता है। ऐसा व्यक्ति यदि राजनीति में प्रयास करे तो इसे बड़ी सफलता मिल सकती है। वहीं सूर्य के अशुभ प्रभाव से मान-सम्मान और आत्म सम्मान में कमी, पिता से जुड़ी समस्याएं और नेत्र रोग होने की आशंका रहती है।
तुला के सूर्य का बारह राशियों पर प्रभाव
- मेष : सूर्य मेष राशि के उच्च का जरूर होता है, लेकिन फिलहाल अपनी नीच राशि तुला में जा रहा है। इससे आपके अंदर क्रोध पैदा होगा। बेवजह का तनाव बढ़ा सकता है, मानसिक रूप से परेशान करेगा। गुस्से के कारण आप किसी का अहित, अनिष्ट कर सकते हैं। इसलिए विवादों से बचने का प्रयास करें। प्रेम संबंध और दांपत्य जीवन में ब्रेकअप होने की आशंका है। पैसों का खर्च अधिक होगा।
- वृषभ : बड़े सुधार की संभावनाएं नजर आ रही है। पुरानी परेशानियों का अंत होने का रास्ता मिलेगा। जीवन में शांति महसूस होगी। काफी हद तक मानसिक शांति अनुभव होगी। पैसों की स्थिति बेहतर होने का रास्ता मिलेगा। कोई नया कार्य-व्यवसाय मिल सकता है। प्रॉपर्टी संबंधी कार्यो से लाभ। नया वाहन खरीद सकते हैं। पारिवारिक दांपत्य जीवन में सुकून मिलेगा। शत्रु कम होंगे लेकिन बरकरार रहेंगे।
- मिथुन : जीवन में कुछ अस्थिरता महसूस होगी, लेकिन आप अपनी सूझबूझ से उसमें सुधार कर सकते हैं। यह समय आपके लिए आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करने वाला रहेगा। एक अलग तरह की जीत का प्रभाव आपके जीवन में नजर आएगा। सकारात्मकता महसूस होगी। मानसिक रूप से मजबूत होने से अनेक कार्यो में सफलता हासिल करेंगे।
- कर्क : कर्क राशि के लिए द्वितियेश सूर्य चतुर्थ स्थान में नीच में जाएंगे। धन की प्राप्ति होने के योग अच्छे हैं, लेकिन पैसा फंसने का योग नजर आ रहे हैं। इसलिए प्रॉपर्टी, शेयर या बिजनेस में निवेश करने जा रहे हैं तो सावधान रहें। संभव हो तो अभी निवेश करना टाल दें। पारिवारिक रिश्तों में मजबूती आएगी। प्रेम संबंध मजबूत होगा। ब्रेकअप की आशंका टल जाएगी। बुजुर्गो का ध्यान रखें।
- सिंह : तृतीयेश सूर्य के नीच राशि में जाने से आपकी आत्मा को चोट पहुंच सकती है। कोई करीबी व्यक्ति आपको दुख पहुंचाएगा। आपके निर्णय गलत हो सकते हैं। परिवार में कोई अप्रिय समाचार मिल सकता है। सरकारी काम अभी टालें तो ही ठीक रहेगा। प्रॉपर्टी विवाद टालने का प्रयास करें। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। प्रेम संबंधों में सतर्कता रखना होगी।
- कन्या : आपके लिए सूर्य द्वादशेष होकर द्वितीय भाव में आ रहे हैं। बाहरी लोगों की मदद से पैसा प्राप्त होने के योग बन रहे हैं। वाहन सुख प्राप्त होगा। जमीन-जायदाद से जुड़े फैसले आपके पक्ष में आएंगे। आप स्वयं का मकान या जमीन खरीदेंगे। हालांकिआपको इस बात का ध्यान रखना है किकिसी का दिल ना दुखाएं। पारिवारिक रिश्तों को संभालना आपका काम है।
- तुला : तुला राशि के लिए सूर्य पंचमेष होकर लग्न स्थान पर प्रभाव दिखाएगा। क्रोध में गलत निर्णय हो सकते हैं इसलिए जो भी कार्य करने जा रहे हैं, शांत दिमाग रखते हुए करें। पैसों के लेन-देन में सावधानी रखें। यदि रिश्वतखोरी की आदत है तो तुरंत बंद कर दीजिए। अपना पैसा और परिवार में रिश्ते संभालकर रखें।
- वृश्चिक : आपके लिए सूर्य का यह गोचर कार्यक्षेत्र में अस्थिरता पैदा करेगा। आप नौकरी कर रहे हैं या बिजनेस आपका मन नहीं लगेगा और संभव है किआप वो काम ही छोड़ दें। राजपक्ष अर्थात् सरकारी सेवा क्षेत्र से या पिता की ओर से आपको कोई अप्रिय समाचार मिल सकते हैं। आर्थिक स्थिति इस माह डगमगा सकती है। पैसों का निवेश करने से बचें तो बेहतर रहेगा।
- धनु : आपके लिए सूर्य भाग्येश होकर एकादश में नीच राशि में जा रहा है। आपके धर्म की हानि होगी। अनैतिक कार्यो की ओर आपका रूझान अधिक रहेगा। पैसों के लेनदेन के मामलों में फंस सकते हैं। क्रोध भी अधिक आएगा। रिश्तेदारों, परिजनों से मतभेद उभरेंगे। आपके निर्णय गलत हो सकते हैं। भाग्य का साथ नहीं मिलने से अनेक काम अटक सकते हैं।
- मकर : सूर्य आपके लिए अष्टमेश होकर 10वें घर में आ रहे हैं। कार्यक्षेत्र में तनाव रहेगा। आपको महत्व नहीं मिलने से क्रोध आएगा। आलस्य भी हावी रहेगा। इसलिए जो भी काम करें उसमें पूरा दम लगाकर करें। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। इस माह आपके धैर्य और संयम की परीक्षा होगी। पारिवारिक, दांपत्य, प्रेम संबंध सहेजना आपके हाथ में है।
- कुंभ : सूर्य सप्तमेश होकर नवम स्थान पर आएंगे। इनकी उपस्थित से आपके बहुत सारे काम बन जाएंगे। लंबे समय से जो काम अटके हुए थे, उनमें एकाएक गति आएगी। आकस्मिक रूप से धन का आगमन होगा। घर-परिवार में सुख समृद्धि आएगी। निकट संबंधियों से मतभेद दूर होंगे। प्रेम प्राप्त होगा।
- मीन : सूर्य छठे भाव के स्वामी होकर अष्टम में आ रहे हैं। यह विपरीत राजयोग तो हैं, लेकिन इससे स्वास्थ्य पर खर्च अधिक होगा। भविष्य के लिए पैसा बचाकर रखें। पारिवारिक संबंधों में बना हुआ तनाव कम होगा। नए प्रेम प्रकरण मिलने से मन अत्यंत प्रसन्न रहेगा। भविष्य में यही नया रिश्ता आपको मजबूती से हर जगह खड़े होने की हिम्मत देगा।
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क्या उपाय करें
- सबसे पहला काम तो यह करें कियदि आपने सूर्य का रत्न माणिक यानी रूबी पहन रखा है तो उसे तुरंत निकाल दीजिए, क्योंकिसूर्य अपनी नीच राशि तुला में जा रहे हैं। यह आपको हर क्षेत्र में हानि पहुंचा सकता है।
- सूर्य को प्रतिदिन शुद्ध जल का अर्घ्य दें। जल में लाल चंदन या कोई लाल फूल डालें तो और भी अच्छा रहेगा।
- आदित्यहृदय स्तोत्र का नियमित रूप से पाठ करें।
- पिता और बुजुर्गो की सेवा करने से सूर्य मजबूत होगा।
- क्रोध करने से बचें। क्रोध आए तो उस समय कुछ ध्यान कुछ अच्छी बातों में लगाएं।
- प्रतिदिन सूर्योदय के समय सूर्य नमस्कार और प्राणायाम करें। इससे आत्मविश्वास और आंतरिक ऊर्जा में वृद्धि होगी।
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